तीसरे दिन भी तुरामडीह मील का काम रहा ठप
तुरामडीह : भारी बारिश के कारण तुरामडीह के 64 एकड़ में फैले स्लाइम डैम (टेलिंग पौंड) का एक छोर टूटने व डैम के कचरे युक्त पानी से किसानों के खेत प्रभावित होने के कारण बुधवार को भी तुरामडीह मील में प्राॅसेसिंग का काम बंद रहा. जिससे प्रतिदिन 4500 मीट्रिक टन यूरेनियम अयस्क (ओर ) यानी […]
तुरामडीह : भारी बारिश के कारण तुरामडीह के 64 एकड़ में फैले स्लाइम डैम (टेलिंग पौंड) का एक छोर टूटने व डैम के कचरे युक्त पानी से किसानों के खेत प्रभावित होने के कारण बुधवार को भी तुरामडीह मील में प्राॅसेसिंग का काम बंद रहा. जिससे प्रतिदिन 4500 मीट्रिक टन यूरेनियम अयस्क (ओर ) यानी 13,500 मीट्रिक टन प्रोसेसिंग का कार्य रूक गया. डैम टूटने से टोलिंग पौंड का लगभग 100 फीट लंबा और 20 फीट ऊंचा आउटलेट आरसीसी की दीवार टूट गयी है.
वहीं कुदादा से तालसा जाने वाली सड़क की मिट्टी भी कचरा युक्त पानी में मिल गयी है. इस वजह से लोगों को कुदादा से तुरामडीह होकर तालसा जाना पड़ रहा है. वहीं कुदादा -तालसा जाने वाली मुख्य सड़क के डैम के समीप यूसिल द्वारा बेरिकेटिंग कर उस रास्ते को बंद कर दिया गया है. इसके पूर्व 2008 मे भी इसी स्लाइम डैम का कचरा युक्त ओवर फ्लो कर खेतों में भर गया था. बीते 2008 को अत्यधिक वर्षा नहीं होने के कारण भी स्लाइम डैम का कचरा खेतों में ही अटक गया था. इसके हर्जाना के रूप में यूसिल द्वारा खेत मालिकों को मुआवजा राशि दी गयी थी. जबकि इस वर्ष लगातार वर्षा के कारण अधिक कचरा युक्त पानी बह कर नदी मे चला गया है. इससे खेत प्रभावित हुए हैं.