शराब से आर्थिक, सामाजिक और शिक्षा पर पड़ रहा है प्रतिकुल असर
झारखंड के राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि राज्य में शराबबंद होनी चाहिए, लेकिन यह निर्णय राज्य सरकार को लेना है. शराब से हो रहे नुकसान पर उन्होंने कहा कि इससे राज्य की आर्थिक, सामाजिक और शिक्षा पर असर पड़ रहा है. यह बातें राज्यपाल श्रीमती मुर्मू ने स्थानीय परिसदन में पत्रकारों से बातचीत में बुधवार को कही.
राज्यपाल श्रीमती मुर्मू ने आगे कहा कि झारखंड आदिवासी बाहूल्य राज्य है, बहुत सारे आदिवासी लोग शराब के आदी हो रहे हैं. शराब के सेवन से लोगों का शरीर खराब होता है. इस कारण शराब की बिक्री बंद होनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री भी शराबबंदी चाहते है.’ लेकिन अब राज्य सरकार खुद ही शराब बेच रही है के सवाल पर राज्यपाल ने कहा कि मेरी सोच है कि जनहित में शराब बंद करने से अच्छा होगा. चूंकि यह निर्णय सरकार का है, इस कारण उन्हें ही इस पर निर्णय लेना होगा.
इससे पूर्व बुधवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू उनके पैतृक गांव रायरंगपुर उड़ीसा से रांची लौटने के क्रम में सुबह करीब ग्यारह बजे जमशेदपुर के परिसदन में पहुंची थी. यहां पहुंचने पर प्रोटोकॉल के तहत गार्ड ऑफ ऑनर देकर उनका सम्मान किया गया. इसके बाद परिसदन में थोड़ी देर ठहरने के उपरांत राज्यपाल सड़क मार्ग से रांची रवाना हो गयी. इस मौके पर डीसी अमित कुमार, एसएसपी अनूप टी मैथयू समेत जिले के सभी वरीय पदाधिकारी मौजूद थे.