आठ सप्ताह में करायें टेल्को यूनियन चुनाव
टेल्को वर्कर्स यूनियन चुनाव संपन्न होने तक पुरानी कमेटी करेगी कामकाज दो गुटों द्वारा एक दूसरे को निष्काषित किये जाने के कारण चुनाव जरूरी : हाईकोर्ट जमशेदपुर : झारखंड हाइकोर्ट ने आठ सप्ताह में डीसी और एसएसपी की देखरेख में टेल्को वर्कर्स यूनियन का चुनाव कराने का आदेश दिया है. न्यायमूर्ति राजेश रंजन की अदालत […]
टेल्को वर्कर्स यूनियन
चुनाव संपन्न होने तक पुरानी कमेटी करेगी कामकाज
दो गुटों द्वारा एक दूसरे को निष्काषित किये जाने के कारण चुनाव जरूरी : हाईकोर्ट
जमशेदपुर : झारखंड हाइकोर्ट ने आठ सप्ताह में डीसी और एसएसपी की देखरेख में टेल्को वर्कर्स यूनियन का चुनाव कराने का आदेश दिया है. न्यायमूर्ति राजेश रंजन की अदालत ने यूनियन चुनाव पर उभरे विवाद के मुद्दे पर दायर याचिका पर सुनवाई के बाद यह आदेश दिया. आदेश के मुताबिक चुनाव संपन्न होने तक यूनियन की कमेटी (अमलेश और प्रकाश की कमेटी) सामान्य कामकाज करती रहेगी.
ज्ञात हो कि याचिका पर सुनवाई के बाद पहले ही न्यायालय ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था.
फैसले की कॉपी सोमवार तक आने की संभावना है. हाईकोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए बताया है कि चूंकि दोनों गुटों ने एक दूसरे को यूनियन से निष्कासित कर दिया है, इस कारण नये सिरे से चुनाव होना चाहिए. इसके लिए कोर्ट ने आठ सप्ताह का समय डीसी व एसएसपी को दिया गया है. साथ ही नयी कमेटी होने तक अमलेश रजक और प्रकाश सिंह की कमेटी को ही प्रभावी कर दिया गया है. हाईकोर्ट ने अपने फैसले में श्रमायुक्त सह ट्रेड यूनियन रजिस्ट्रार के फैसले को बिल्कुल गलत बताया जिसमें तोते खेमे को मान्यता दे दी गयी थी.
मान्यता और रजिस्टर बी में नाम दर्ज करने
के खिलाफ दायर हुई थी याचिका
श्रम विभाग ने 13 जून 2017 को टेल्को वर्कर्स यूनियन में तोते खेमे को मान्यता दे दी थी. इसके दो दिन बाद अमलेश कुमार व प्रकाश कुमार ने श्रम विभाग के आदेश के खिलाफ झारखंड हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. टेल्को वर्कर्स यूनियन में तोते खेमे को श्रम विभाग द्वारा दी गयी मान्यता और रजिस्टर बी में गुरमीत सिंह तोते तथा अजय भगत को दर्ज करने के खिलाफ दायर याचिका संख्या 3322/17 की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने फैसले को सुरक्षित कर लिया था. हाईकोर्ट के आदेश पर ही 2015 में डीसी-एसपी की देखरेख में टेल्को वर्कर्स यूनियन का चुनाव हुआ था.
मजदूरों को मिला हक, न्याय की जीत : अमलेश-प्रकाश
मजदूरों को उनका हक मिला. मजदूरों ने जिस यूनियन को चुना था, उसको ही गलत तरीके से समाप्त करने की कोशिश की गयी थी. यह गलत था और न्याय की जीत हुई है. -अमलेश रजक, अध्यक्ष और प्रकाश सिंह, महामंत्री