राउरकेला बुकिंग में मिला था फर्जीवाड़ा

रेलवे. चक्रधरपुर मंडल भी घोटाले की जद में, हटिया में करोड़ों की हेराफेरी के बाद सख्ती जमशेदपुर : रेलवे बुकिंग काउंटर पर जारी होने पर जनरल टिकट को एनआइ (नन इश्यू) कर फर्जीवाड़ा किये जाने की जद में चक्रधरपुर रेलमंडल भी है. हटिया से पहले चक्रधरपुर मंडल के राउरकेला स्टेशन पर एनआइ में गड़बड़ी पकड़ी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2017 7:58 AM

रेलवे. चक्रधरपुर मंडल भी घोटाले की जद में, हटिया में करोड़ों की हेराफेरी के बाद सख्ती

जमशेदपुर : रेलवे बुकिंग काउंटर पर जारी होने पर जनरल टिकट को एनआइ (नन इश्यू) कर फर्जीवाड़ा किये जाने की जद में चक्रधरपुर रेलमंडल भी है. हटिया से पहले चक्रधरपुर मंडल के राउरकेला स्टेशन पर एनआइ में गड़बड़ी पकड़ी जा चुकी है. वर्ष 2011-12 में इंक्वायरी के बाद महिलाकर्मी पर पेनाल्टी की कार्रवाई भी की गयी थी. बावजूद टिकट की एनआइ के नियमों के अनुपालन सुनिश्चित कराने पर मंडल अथवा जोन के पदाधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया.
नतीजा हटिया बुकिंग में बड़े गोलमाल के रूप में सामने आया. दिलचस्प है कि जनरल टिकट की एनआइ कर करोड़ों की हेराफेरी को रेलवे बोर्ड की विजिलेंस टीम ने पकड़ा, जिसकी भनक तक जोनल रेलवे विजिलेंस व अकाउंट विभाग को नहीं लग सकी. रेलवे बोर्ड के दिशानिर्देश के बाद अब सभी स्टेशनों पर टिकट की एनआइ और स्पेशल रिफंड पर नजर रखी जा रही है. चक्रधरपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम भास्कर ने एनआइ के बाद जारी बड़े मूल्य के िटकट की जांच करने का निर्देश दिया है. उन्होंने सभी एनआइ टिकट को रजिस्टर बनाकर दर्ज करने को कहा है.
टाटा व राउरकेला में जांच : चक्रधरपुर रेल मंडल में सीनियर डीसीएम भास्कर ने टीम गठित कर दी है. टीम में शामिल डीसीएम, एसीएम के अलावा जोनल पदाधिकारी भी विभिन्न स्टेशनों पर पिछले तीन माह में एनआइ किये गये टिकटों की जांच कर रहे है. इस क्रम में शुक्रवार को टाटानगर में कोलकाता से आये पदाधिकारी ने जांच की जबकि राउरकेला में डीसीएम प्रशांता कुमार व सीआइ मंसूर की टीम ने जांच की. जबकि शनिवार को स्वयं सीनियर डीसीएम भास्कर टाटा पहुंचे और एनआइ को लेकर अधिकािरयों को सख्त निर्देश दिया.
पांच एनआइ प्रतिदिन-प्रतिशिफ्ट का पालन नहीं : रेलवे बोर्ड के दिशानिर्देश के अनुसार किसी भी स्टेशन पर पांच से अधिक एनआइ अगर प्रतिदिन और प्रतिशिफ्ट में कोई कर्मचारी करता है तो उसे अलर्ट मानकर उसकी तत्काल रिपोर्ट वरीय पदाधिकारियों को करनी है. लेकिन इसका पालन नहीं किया गया. नियम के अनुसार ऐसे एनआइ टिकट का िरकार्ड रखकर सीबीएस को तत्काल रिपोर्ट देनी है ताकि टीआइ व वरीय अधिकारी उसकी जांच कर सके. लेकिन ऐसा नहीं किया गया.
रेलवे बोर्ड ने माना पूरा सिस्टम फेल : रेलवे बोर्ड के निदेशक पैसेंजर मार्केटिंग विक्रम सिंह ने सभी जोन के महाप्रबंधकों को भेजे अपने पत्र में स्पष्ट कर दिया कि वाणिज्य विभाग में टिकटों की जांच का पूरा सिस्टम फेल है. किसी भी स्तर पर नियमों का पालन नहीं किया गया जिसका परिणाम जनरल टिकट की एनआइ कर बड़े घोटाले के रूप में कर्मचारियों ने कर लिया. रेलवे बोर्ड ने इसके बाद नौ बिंदुओं पर तत्काल अनुपालन सुनिश्चित करने का आदेश जारी किया है. इसमें यूटीएस मशीन से छेड़छाड़ भी शामिल है.
इन्क्वारी के बाद महिला रेलकर्मी पर हुई थी कार्रवाई
जोनल विजिलेंस व अकाउंट विभाग पूरी तरह फेल
एनआइ व स्पेशल कैंसिलेशन पर रख रहे नजर
सीनियर डीसीएम ने जारी की गाइडलाइन, एनआइ के बाद जारी बड़े मूल्य के टिकटों की जांच

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