दो युवकों की हत्या कर जंगल में फेंका

चक्रधरपुर/चाईबासा: गोईलकेरा प्रखंड के सारूगाड़ा पंचायत अंतर्गत कातीकेल गांव के दो युवकों की अज्ञात लोगों ने पत्थर से कूचकर बेरहमी से हत्या कर दी. दोनों के शव कोमसाई गांव के जंगल में मिले. हत्यारों और हत्या की वजह का पता नहीं चला है. पुलिस ने नक्सली घटना होने से साफ इनकार किया है. डीआइजी साकेत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2017 10:11 AM
चक्रधरपुर/चाईबासा: गोईलकेरा प्रखंड के सारूगाड़ा पंचायत अंतर्गत कातीकेल गांव के दो युवकों की अज्ञात लोगों ने पत्थर से कूचकर बेरहमी से हत्या कर दी. दोनों के शव कोमसाई गांव के जंगल में मिले. हत्यारों और हत्या की वजह का पता नहीं चला है. पुलिस ने नक्सली घटना होने से साफ इनकार किया है. डीआइजी साकेत कुमार ने घटना की पुष्टि की है. मृतकों की पहचान कुमलो लोमगा (17) एवं लाचर भुइयां (18) के रूप में हुई है. दोनों पांच अगस्त को सेरेंगदा हाट बाजार आये हुये थे, उसके बाद घर नहीं लौटे तो दोनों के परिजनों ने खोजबीन शुरू की. रविवार को दोनों युवकों की लाश कोमसाई गांव के घने जंगली नाले के समीप पड़ी मिली.

शव मिलने के बाद सोमवार की सुबह पुलिस को सूचना दी गयी मिली. सूचना मिलते ही गोइलकेरा थाना प्रभारी शशि भूषण चौधरी पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे. देर रात पुलिस दोनों शव लेकर पुलिस गोइलकेरा पहुंची. पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
तरह-तरह की बातें हो रही हैं : हत्याकांड के संबंध में स्थानीय लोग भय से कुछ भी कहने से बच रहे हैं. घटना को लेकर एक तरफ साप्ताहिक हाट में हुए किसी विवाद की बात कही जा रही है, दूसरी ओर छेड़खानी को लेकर हत्यी की बात भी कही जा रही है. घटना को बाजार से लौटने के दौरान अंजाम दिया गया है.
कड़ी सुरक्षा में पैदल पहुंची पुलिस
शवों को देखने पर ऐसा प्रतीत होता है कि दोनों के चेहरों को बुरी तरह पत्थर से कुचल कर हत्या की गयी है. घटनास्थल गोईलकेरा थाने से करीब 55 किमी दूर है. मृतक के घर से सेरेंगदा बाजार करीब सात किमी दूर है. गांव से बाजार जाने के रास्ते में जंगल पड़ता है. युवकों के शव जिस स्थान पर मिले, वह दुर्गम और सुनसान क्षेत्र है. सोमवार को पुलिस पैदल पगडंगी के सहारे कड़ी सुरक्षा के बीच घटना स्थल पहुंची.
परिजनों से नहीं मिला कोई सुराग
शवों को लेकर सोमवार रात 15 ग्रामीण गोइलकेरा थाने पहुंचे हैं जिनमें दोनों मृतकों के पिता भी शामिल हैं. मृतक कुमलो लोमगा के पिता बर्मादास लोमगा का कहना है कि उनका बेटा पैदल बाजार गया था और लौटते समय गांव से डेढ़ किलोमीटर पहले उसकी हत्या हुई है. हालांकि हत्या की वजह और हत्या में शामिल लोगों के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. इसी तरह मृतक लाचर भुइयां के पिता तोबयास भुइयां का भी कहना है कि बाजार से लौटते समय उसके बेटे को अज्ञात लोगों ने मार डाला.

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