सरकारी अस्पताल में चल रहा का ”खेल” ओपीडी से फर्जी फिजियोथेरेपिस्ट गिरफ्तार

जमशेदपुर: स्वयं को फिजियोथेरेपिस्ट बताकर एमजीएम अस्पताल में आने वाले मरीजों से हजारों की ठगी करने वाले एम राजा को लोगों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. आर्थो विभाग के ओपीडी नंबर 12 से पकड़े गये एम राजा के इस खेल में अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों की मिलीभगत की आशंका है. एम राजा ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 17, 2017 9:51 AM
जमशेदपुर: स्वयं को फिजियोथेरेपिस्ट बताकर एमजीएम अस्पताल में आने वाले मरीजों से हजारों की ठगी करने वाले एम राजा को लोगों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. आर्थो विभाग के ओपीडी नंबर 12 से पकड़े गये एम राजा के इस खेल में अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों की मिलीभगत की आशंका है. एम राजा ने मानगो निवासी केशिया देवी को एमजीएम से बाराद्वारी स्थित अपने फिजियोथेरेपी सेंटर में बुलाकर इलाज करने के नाम पर 18 हजार रुपये की मांग की थी.
बुधवार को एमजीएम पहुंचे भाजपा नेता विकास सिंह आर्थो ओपीडी के सामने बैठे एम राजा को पकड़कर अधीक्षक डॉ बी भूषण के पास ले गये. जहां से उसे साकची पुलिस के हवाले कर दिया गया. एम राजा ने स्वयं को फिजियोथेरेपी का डॉक्टर बताया है. केशिया देवी की शिकायत पर पुलिस मामले की जांच कर रही है.
क्या है मामला. मानगो गुरुद्वारा के पास रहने वाले नरेश साव की पत्नी केशिया देवी को कमर में दर्द था. शुक्रवार को वह एमजीएम अस्पताल के ओपीडी नंबर 12 में जांच के लिए आयी. डाॅक्टरों ने जांच के बाद उसे फिजियोथेरेपी कराने की सलाह दी. वहीं बैठे एम राजा ने केशिया देवी को बताया कि उनका इलाज यहां नहीं होगा. उसने स्वयं को डॉक्टर बताते हुए केशिया देवी को बाराद्वारी स्थित फिजियोथेरेपी सेंटर बुलाया. सोमवार को वह एम राजा के पास गयी तो इलाज के लिए 18 हजार रुपये की मांग की. एम राजा ने महिला को किश्त में भुगतान की सुविधा देने की भी बात कही. इसकी जानकारी केसिया देवी के परिजनों ने भाजपा नेता विकास सिंह को दी. इसके बाद बुधवार को ओपीडी में बैठे एम राजा को पकड़कर अधीक्षक को सौंपा गया.
इसके पहले भी पकड़ा गया था एम राजा. इससे पूर्व भी एम राजा को नेताओं ने एमजीएम अस्पताल परिसर में पकड़कर बंध दिया था. तत्कालीन अधीक्षक स्व. डॉ एसएस प्रसाद के सामने माफी मांगने पर उसे अस्पताल परिसर में नहीं आने की चेतावनी देकर छाेड़ दिया गया था. इसके बाद वह फिर से एमजीएम में सक्रिय हो गया.
डॉक्टरों की मिली भगत : विकास. भाजपा नेता विकास सिंह ने कहा कि एमजीएम के डॉक्टरों कि मिलीभगत से बाहर के लोग अस्पताल में आते है और गरीब मरीजों को ठगने का काम करते है. अधीक्षक से जांच कर ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गयी है.
हम फिजियोथेरेपिस्ट है. महिला इलाज के लिए मेरे सेंटर में गयी थी. आज हम अस्पताल स्वयं का इलाज कराने आये है. हम किसी भी मरीज को अपने सेंटर में नहीं बुलाते है. महिला मरीज से पैसे की मांग नहीं की थी.
एम राजा, फिजियोथेरेपिस्ट
एम राजा से अस्पताल का कोई संबंध नहीं है. मरीजों को गुमराह कर अपने फिजियोथेरेपी सेंटर में ले जाता है ऐसी जानकारी चार दिन पूर्व मिली थी. जांच के क्रम में वह पकड़ा गया. उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है. डॉक्टरों को निर्देश दिया गया है किसी व्यक्ति को चैंबर में बैठने नहीं दे.
डॉ बी भूषण, अधीक्षक, एमजीएम
एम राजा डॉक्टर नहीं है. ऐसे लोग डाॅक्टरों को बदनाम करने की कोशिश करते है. एमजीएम में ओपीडी के सामने आकर निजी सेंटर का प्रचार करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत है.
डॉ मृत्युंजय सिंह, सचिव आइएमए जमशेदपुर

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