148 वनरक्षियों की हुई बहाली, मिला नियुक्ति पत्र

जमशेदपुर : करीब 30 साल बाद झारखंड में वनरक्षियों की बहाली कर दी गयी है. शनिवार को राज्य की शिक्षा मंत्री सह जिला की प्रभारी मंत्री डॉ नीरा यादव ने मानगो स्थित वन विश्रामागार में नियुक्ति पत्र वितरित किया. इस मौके पर डॉ यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जो वादा किया था, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 20, 2017 6:57 AM

जमशेदपुर : करीब 30 साल बाद झारखंड में वनरक्षियों की बहाली कर दी गयी है. शनिवार को राज्य की शिक्षा मंत्री सह जिला की प्रभारी मंत्री डॉ नीरा यादव ने मानगो स्थित वन विश्रामागार में नियुक्ति पत्र वितरित किया. इस मौके पर डॉ यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जो वादा किया था, वह पूरा होता दिख रहा है. वे नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थी.

डॉ नीरा यादव ने वनरक्षी का पहला नियुक्ति पत्र विलुप्त हो रही सबर जनजाति के युवक सोनाराम सबर को प्रदान किया. इसके बाद सांसद विद्युत महतो, उपायुक्त अमित कुमार द्वारा वनरक्षियों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया. इससे पूर्व अतिथियों ने अशोक व सीताफल का पौधा लगाया. कार्यक्रम में डीएफओ सबा आलम अंसारी, डीएफओ चंद्रमौली प्रसाद, डीएफओ शशि कुमार, एसीएफ सुशील उरांव, भाजपा जिला अध्यक्ष दिनेश कुमार, रेंजर देवाशीष प्रसाद, आरपी सिंह, गोरख राम, दिनेश चंद्रा, संजीव कुमार आदि उपस्थित थे.
वनरक्षी की कमी से जंगलों का विनाश : विद्युत
सांसद विद्युत महतो ने अपने संबोधन में कहा कि वनरक्षी की कमी के कारण ही जंगलों का विनाश हुआ है. वनरक्षी की बहाली 30 वर्षो के बाद हो रही है, अब जंगल व जंगल में रहने वाले जीव जंतु सुरक्षित रह पाएंगे.
सिंगापुर में समुद्र में बनाया जा रहा गार्डेन : उपायुक्त
सिंगापुर में जंगल व जमीन उपलब्ध नहीं रहने के कारण वहां की सरकार समुद्र में गार्डेन विकसित कर रही है जबकि झारखंड की पहचान ही जंगल से है. ऐसे में नवनियुक्त वनरक्षी का कर्तव्य है कि वह वन व वनसंपदा को बचाएं.

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