सात व आठ सितंबर को संताल समाज की दशा पर होगा मंथन, करनडीह में जुटेंगे माझी-परगाना

जमशेदपुर: करनडीह दिशोम जाहेरथान स्थित पंडित रघुनाथ मुर्मू प्रेक्षागृह में सात व आठ सितंबर को पूरे देश के पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था के प्रमुखों का जमावड़ा होगा. इसमें आदिवासी संताल समाज की दशा, दिशा व माझी परगाना महाल के भावी कार्यक्रम की रणनीति बनायी जायेगी. इसका आयोजन भारोत जाकात माझी परगाना महाल (अखिल भारतीय माझी परगाना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2017 5:13 AM
जमशेदपुर: करनडीह दिशोम जाहेरथान स्थित पंडित रघुनाथ मुर्मू प्रेक्षागृह में सात व आठ सितंबर को पूरे देश के पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था के प्रमुखों का जमावड़ा होगा. इसमें आदिवासी संताल समाज की दशा, दिशा व माझी परगाना महाल के भावी कार्यक्रम की रणनीति बनायी जायेगी. इसका आयोजन भारोत जाकात माझी परगाना महाल (अखिल भारतीय माझी परगाना महाल) की ओर से किया जायेगा. सोमवार को सुंदरनगर पुरीहासा में जुगसलाई तोरोफ परगाना ही अखड़ा में आयोजित बैठक में इसका निर्णय लिया गया. तालसा गांव के माझी बाबा दुर्गाचरण मुर्मू ने बताया कि देश में आदिवासियों की स्थिति काफी दयनीय है.
संविधान में निहित हक व अधिकार के लिए भी आदिवासियों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ रहा है, जबकि संवैधानिक अधिकारों का अक्षरश: अनुपालन होना चाहिए था. राजनैतिक दलों ने हमेशा आदिवासियों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया.

सांसद व विधायक ने आदिवासियों की समस्या को विस या लोस में नहीं रखा, इसलिए अब आदिवासी स्वशासन व्यवस्था के प्रमुख माझी परगाना ने समाज को हर तरह से सुरक्षा व सुशासन देने का जिम्मेवारी अपने कंधे पर लिया है. बैठक में दिशोम जोगो परगाना बैजू मुर्मू, दिशोम पारानिक रामचंद्र मुर्मू, दिशोम गोडेत तहसिलदार हांसदा, किंझिर दिशोम देश परगाना सोमरा टुडू, जुगसलाई तोरोफ परगाना दाशमात हांसदा, आसनबनी तोरोफ परगाना हरिपोदो मुर्मू, झाड़ग्राम पिड़ परगाना कृष्णा मुर्मू, तालसा माझी दुर्गाचरण मुर्मू, डोमजुड़ी माझी लेदेम किस्कू, मधु सोरेन आदि मौजूद थे.

बैठक में ये प्रस्ताव पारित किये गये: भूमि अधिग्रहण कानून का विरोध किया जाये, सरकार द्वारा शराब बेचने का हर स्तर पर विरोध होगा व गलत डोमिसाइल नीति को वापस कराने के लिए आंदोलन को तेज किया जायेगा.

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