स्काउट एंड गाइड : 25 जून की बैठक असंवैधानिक घोषित, मंत्री अमर बाउरी थे मौजूद, काउंसिल की बैठक से बंधु को निकाला
जमशेदपुर. भारत स्काउट एंड गाइड की राज्य काउंसिल की पहली बैठक हंगामेदार रही. बुधवार को साकची आमबगान स्थित राजस्थान विद्या मंदिर में आयोजित बैठक में पहुंचे संगठन के राज्य आयुक्त व पूर्व मंत्री बंधु तिर्की को बाहर जाने को कह दिया गया. इससे वहां का माहौल गर्म हो गया. कुछ देर में बंधु तिर्की खुद […]
जमशेदपुर. भारत स्काउट एंड गाइड की राज्य काउंसिल की पहली बैठक हंगामेदार रही. बुधवार को साकची आमबगान स्थित राजस्थान विद्या मंदिर में आयोजित बैठक में पहुंचे संगठन के राज्य आयुक्त व पूर्व मंत्री बंधु तिर्की को बाहर जाने को कह दिया गया. इससे वहां का माहौल गर्म हो गया. कुछ देर में बंधु तिर्की खुद ही बाहर निकल गये. बैठक में संगठन के सभापति के रूप में मंत्री अमर कुमार बाउरी मौजूद थे.
जानकारी के मुताबिक बंधु तिर्की को सभाकक्ष में घुसने के दौरान ही सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोका, पर वह नहीं रुके. लेकिन अंदर जाने के बाद उन्हें बाहर जाने को कह दिया गया. बंधु तिर्की वहां से निकलने के बाद सर्किट हाउस पहुंचे और वहां अपना पक्ष रखा. ज्ञात हो कि बंधु का मनोनयन 25 जून 2017 को किया गया था. बुधवार की बैठक में सर्वसम्मति से उक्त बैठक को ही असंवैधानिक घोषित कर दिया गया. बैठक में राज्य भर के 45 सदस्यों ने हिस्सा लिया.
बंधु के दबाव में चुनाव नहीं लड़ सकी : नीरजा. बैठक में बाउरी ने सभा को बताया कि राज्य मुख्य आयुक्त के चुनाव में अनियमितता की जानकारी उन्हें नहीं दी गयी थी. इसके बाद राज्य आयुक्त गाइड नीरजा कुजूर ने अपनी बात रखते हुए बताया कि उन्होंने राज्य मुख्य आयुक्त के पद के लिए नामांकन किया था लेकिन बंधु तिर्की के दबाव के कारण चुनाव नहीं लड़ सकीं. उन्होंने कहा कि 25 जून की बैठक को बिना कोरम के ही पूरा कर दिया गया था. इस असंवैधानिक बैठक में एक महिला के हक और संगठन के साथ नाइंसाफी की गयी. इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सभा ने सर्वसम्मति से 25 जून की बैठक को असंवैधानिक करार दिया. तत्काल प्रभाव से संस्था के नियमानुसार राज्य आयुक्त के चुनाव को निरस्त कर दिया गया और नीरजा कुजूर को चुनाव होने के पूर्व तक के लिए राज्य आयुक्त का प्रभार दे दिया गया.
सदस्यों ने भी उठाये सवाल. राज्य काउंसिल के सदस्य श्याम कुमार शर्मा ने भी बंधु तिर्की और उनके द्वारा लिये गये फैसले पर सवाल उठाया और पूर्व सचिव मोहन सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाये. उन्होंने कार्यालय की चाभी नहीं देने की बात भी कही.
तीन लाख की सहायता की घोषणा. बैठक में उपसभापति कुलवंत सिंह बंटी ने सभापति से आग्रह किया कि राज्य में स्काउट एंड गाइड को विधिवत रूप से चलाने के लिये सभी जिलों में कमेटी का गठन किया जाये. दस साल से कर्मचारियों का वेतन नहीं मिलने की भी शिकायत की गयी. सभापति सह राज्य के मंत्री ने जल्द कार्रवाई करने की बात कहीं. अंत में सभापति ने संस्था को तत्काल प्रभाव से तीन लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की.
भाई-भतीजावाद को खत्म करने की पहल
बैठक में क्षेत्रीय उपनिदेशक कोल्हान अरविंद विजय विलोम ने कहा कि संस्था में हमेशा से भाई-भतीजा और अपने दोस्तों को बैठाने का काम होता आया है. इस पर सभी के साथ मिलकर सभापति ने उपसभापति मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया और सहमति बनी कि कमेटी की स्वीकृति के बिना किसी की इंट्री नहीं होगी.
राज्य काउंसिल की बैठक में निर्णय
1. राज्य आयुक्त का प्रभार चुनाव होने तक नीरजा कुजूर देखेंगी
2. पूर्व पदाधिकारी मोहन सिंह और आमोद सिंह की कारगुजारियों की होगी उच्चस्तरीय जांच
3. दस साल से कर्मचारियों के बकाया वेतन का भुगतान होगा
4. भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सह भारत स्काउट गाइड के उपसभापति मनोज सिंह की अध्यक्षता वाली कमेटी की सहमति से ही नये लोगों को इंट्री
5. 25 जून 2017 की बैठक निरस्त, असंवैधानिक बैठक करार दिया गया.