बच्चों की मौत में डुमरिया सबसे आगे, मुसाबनी दूसरे नंबर पर

जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल में पिछले चार माह में 164 बच्चाें की माैत के मामले की जांच के दाैरान कई चाैंकाने वाले आंकड़े हासिल हुए हैं. जिले के नाै प्रखंडाें के स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों से मिले आंकड़ाें के मुताबिक पिछले चार माह में 13 गर्भवती समेत 43 नवजात की माैत हाे गयी. ये आंकड़े तब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2017 8:51 AM
जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल में पिछले चार माह में 164 बच्चाें की माैत के मामले की जांच के दाैरान कई चाैंकाने वाले आंकड़े हासिल हुए हैं. जिले के नाै प्रखंडाें के स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों से मिले आंकड़ाें के मुताबिक पिछले चार माह में 13 गर्भवती समेत 43 नवजात की माैत हाे गयी. ये आंकड़े तब सामने आये हैं जब जिला में गर्भवती आैर नवजात काे फाेकस कर कई योजनाएं चलायी जा रही हैं.

जिले में जननी शिशु योजना, ममता वाहन, मदर चाइल्ड ट्रेकिंग सिस्टम, विटामिन की गोलियां देने, समय-समय पर जांच शिविर, टीकाकरण समेत अन्य कई याेजनाएं पर सरकार कराेड़ाें खर्च करती है. जिला के सामुदायिक, प्राथमिक व उप स्वास्थ्य केंद्रों से मिली रिपाेर्ट के मुताबिक अप्रैल से जुलाई माह तक सभी नाै ब्लॉक में 13 गर्भवती महिलाआें के अलावा 79 बच्चों की मौत हो गयी. मरनेवालाें में पांच साल के बच्चे भी शामिल है. डुमरिया ब्लॉक में सबसे अधिक 18 बच्चों की मौत हुई है. जिन बच्चाें की माैत हुई है उनमें 19 ऐसे थे जो महज 24 घंटा भी नहीं जी पाये. एक साल से पांच साल के उम्र के मरनेवाले बच्चों की संख्या 36 बतायी गयी है.

गर्भवती महिलाएं नहीं देती स्वास्थ्य पर ध्यान : डॉ मुंडा
सिविल सर्जन डॉक्टर केसी मुंडा के मुताबिक गांव की गर्भवती महिलाएं अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देती हैं. समय पर जांच नहीं कराती हैं. जांच से पता चलता है कि गर्भवती में खून की काफी कमी, ब्लड प्रेशर के साथ-साथ कई बीमारियां हैं. गर्भवती के कमजाेर या बीमार होने का असर नवजात पर पड़ता है. प्रखंडाें में व्यवस्था हाेने के बावजूद अभी भी काफी गर्भवती महिलाएं घर पर ही प्रसव कराती हैं. घराें में साफ-सफाई के अभाव में नवजात में इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है जो माैत का कारण बनता है. जिले में जितने भी बच्चाें की मौत हुई है, इनमें कम वजन के साथ-साथ प्री मेच्याेर जन्म लेने वाले नवजात भी शामिल है.
ब्लॉक गर्भवती महिला मरने वाले बच्चों की संख्या
की मौत 0-24 घंटे 1-30 दिन 1-12 माह 1-5 साल कुल
बहरागोड़ा 01 03 02 00 04 09
चाकुलिया 01 01 09 04 00 14
धालभूमगढ़ 02 01 02 00 00 03
डुमरिया 02 05 03 05 05 18
मुसाबनी 01 02 04 08 01 15
पटमदा 02 03 02 01 02 08
पोटका 04 04 02 01 00 07
जुगसलाई 00 00 00 01 00 01
घाटशिला 00 00 00 04 00 04

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