सफलता: शहर से चुरायी गयी 18 बाइक झाड़ग्राम व बलरामपुर से बरामद, बाइक चोर गिरोह के 3 सदस्य धराये
आदित्यपुर: पिछले छह माह से पुलिस की नाक में दम कर रखे बाइक चोर गिरोह के तीन सदस्यों को पकड़ने में आदित्यपुर पुलिस ने सफलता पायी है. प्रेस वार्ता में एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि अंतरराज्यीय बाइक चोर गिरोह के तीन सदस्यों नित्यानंद सिंह (नीमडीह), देवदास मुखी (बनतानगर), विष्णु लोहार उर्फ रवि लोहार […]
आदित्यपुर: पिछले छह माह से पुलिस की नाक में दम कर रखे बाइक चोर गिरोह के तीन सदस्यों को पकड़ने में आदित्यपुर पुलिस ने सफलता पायी है. प्रेस वार्ता में एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि अंतरराज्यीय बाइक चोर गिरोह के तीन सदस्यों नित्यानंद सिंह (नीमडीह), देवदास मुखी (बनतानगर), विष्णु लोहार उर्फ रवि लोहार (अलकतरा ड्राम बस्ती आदित्यपुर) तथा सूरज बहादुर थापा (गालूडीह) को गिरफ्तार किया गया. इनकी निशानदेही पर चुरायी गयी कुल 18 बाइक बरामद हुए.
इनमें से 12 मानकीपाड़ा (झाड़ग्राम) में मिले. शहर से बरामद बाइकों में से तीन पर नंबर नहीं है. श्री सिन्हा ने कार्रवाई के संबंध में बताया कि सबसे पहले औद्योगिक क्षेत्र में छापामारी कर विष्णु व देवदास को चोरी की बाइक के साथ पकड़ा गया. उनके अन्य साथी सूरज व को बीको मोड़ के पास से एक चोरी की बाइक के साथ गिरफ्तार किया गया. इनका एक साथी नीमडीह का हृदय कुमार भी बलरामपुर में चोरी की बाइक के साथ पकड़ा गया. वहां उसकी निशानदेही पर भी दस बाइक बरामद हुई है. दूसरा साथी नीमडीह का नित्यानंद सिंह भी चोरी की बाइक के साथ गिरफ्तार हुआ. छापामारी दल में शामिल एसडीपीओ अविनाश कुमार, आदित्यपुर थाना प्रभारी विजय सिंह, आरआइटी थाना प्रभारी वीरेंद्र पासवान, सअनि नगेंद्र ओझा आदि को पुरस्कृत किया जायेगा.
गाड़ी पश्चिम बंगाल में बेचते थे
पकड़े गये युवकों ने पुलिस को आदित्यपुर-बिष्टुपुर से 40-45 बाइक चुराने की बात कही और बताया कि चुरायी गयी बाइक पश्चिम बंगाल के बलरामपुर, झाड़ग्राम आदि क्षेत्रों बेची जाती थी. यहां से टपायी गयी बाइक को प्राप्त करने वाले सभी लोग पश्चिम बंगाल के ही थे. वहीं उनकी बिक्री भी की जाती थी.
नेपाल भाग रहा था सरगना. एसपी श्री सिन्हा ने बताया कि बाइक चोर गिरोह का सूरज बहादुर थापा पुलिस की सक्रियता की भनक लग गयी थी. वह अपने परिवार के साथ नेपाल भाग रहा था. उसे बुंडू घाटी में पकड़ लिया गया.
सीसीटीवी से मिली मदद. बाइक चोरों को पकड़ने में पुलिस को सीसीटीवी कैमरे से मिले फुटेज से काफी मदद मिली. फुटेज में कैद गतिविधियों के आधार पर पुलिस ने अपना जाल बिछाना शुरू किया था.