साइकिल रोकने पर माथापच्ची
जमशेदपुर: टाटा स्टील के सेफ्टी एपेक्स कमेटी में भी कंपनी के भीतर सेफ्टी को और मजबूत करने, मजदूरों के बीच जागरुकता चलाने तथा साइकिल पर रोक लगाने जैसे विंदुओं पर विचार किया गया. सेफ्टी एपेक्स कमेटी की बैठक में सदस्यों ने कई सुझाव दिये जिसमें ठेका मजदूरों को अधिक जागरुक करने, बड़े ठेकेदारों द्वारा कर्मचारियों […]
जमशेदपुर: टाटा स्टील के सेफ्टी एपेक्स कमेटी में भी कंपनी के भीतर सेफ्टी को और मजबूत करने, मजदूरों के बीच जागरुकता चलाने तथा साइकिल पर रोक लगाने जैसे विंदुओं पर विचार किया गया.
सेफ्टी एपेक्स कमेटी की बैठक में सदस्यों ने कई सुझाव दिये जिसमें ठेका मजदूरों को अधिक जागरुक करने, बड़े ठेकेदारों द्वारा कर्मचारियों को बस से लाने ले जाने की सुविधा, बस सुविधा का अधिक उपयोग समेत अन्य विंदुओं पर चरचा हुई. साइकिल बंद किये जाने और उससे उत्पन्न होने वाले विंदुओं पर भी विचार किया गया. बैठक में कंपनी के प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन, आनंद सेन, सुरेश कुमार, आलोक कनगत, एसएस पाठक, अमिताभ बख्शी, यूनियन अध्यक्ष पीएन सिंह, महामंत्री बीके डिंडा, डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी समेत अन्य शामिल थे.
हर विंदु पर हो रहा है विचार : आशीष कुमार
टाटा स्टील कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन के हेड आशीष कुमार ने कहा कि साइकिल सर्विस पर रोक लगाने पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है पर कंपनी के भीतर सुरक्षा कंपनी की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसको लेकर हर विंदु पर विचार किया जा रहा है. वैसे कंपनी के भीतर वैसे वाहन को कम करने के लिए नि:शुल्क शटल सर्विस (बस सेवा) उपलब्ध है. कंपनी के विभिन्न गेट के पास से बस सेवा विभिन्न विभागों से होकर गुजरती है. इसका स्थायी व ठेका कर्मचारी लाभ भी उठा रहे हैं.
साइकिल रोकने पर प्रबंधन गंभीर
टाटा स्टील में साइकिल ले जाने पर रोक लगाने और संभावित दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए बनी टीम ने विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया. कंपनी के भीतर साइकिल सवार के दुर्घटना को रोकने की दिशा में गंभीरता के साथ विचार किया जा रहा जिसमें एक्सपर्ट लोगों की राय के पश्चात साइकिल रोकने पर विचार किया जा रहा है. कंपनी के भीतर ठेका मजदूरों के अलावा स्थायी मजदूरों को भी साइकिल से ले जाने पर रोक लगाने पर कंपनी विचार कर रही है. पिछले दिनों टाटा स्टील के स्टीलेनियम हॉल में हुई मीटिंग के दौरान कंपनी के अधिकारियों के अलावा ठेका कंपनियों और ठेकेदारों को भी बुलाया गया था जिसमें किस तरह सड़क हादसे को रोका जा सके और इस प्रकार की घटना को कैसे रोका जा सके, इस पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया.