आदित्यपुर के कांग्रेसी नेता शान बाबू मुखी हत्याकांड में पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. जेल से रिहा होने के बाद सरायकेला-खरसावां जिला प्रशासन ने उसे तड़ीपार किया था. बाद में जमशेदपुर की सिदगोड़ा पुलिस ने संतोष थापा को रंगदारी मांगने के आरोप में हथियार के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
उसके जेल से छूटने की संभावना को देखते हुए जिला पुलिस द्वारा सीसीए लगाने की अनुशंसा उपायुक्त से की थी. परसुडीह निवासी भीम तिवारी पर भी कई मामले दर्ज हैं अौर उसके जेल से छूटने की संभावना को देखते हुए सीसीए की अनुशंसा पुलिस ने की थी. उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी ने दोनों पर सीसीए की मंजूरी प्रदान कर दी है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है.