टाटा वर्कर्स यूनियन : कमेटी मीटिंग में हंगामा, अध्यक्ष, महामंत्री व डिप्टी प्रेसिडेंट पर हाउस को कमजोर करने का आरोप
जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन की सोमवार की कमेटी मीटिंग हंगामेदार रही. इस दौरान सत्ता पक्ष के खिलाफ कमेटी मेंबरों ने जमकर हमला बोला. यहां तक कि अध्यक्ष, महामंत्री, डिप्टी प्रेसिडेंट को हाउस और कमेटी मेंबरों को कमजोर करने का आरोप लगाया. कमेटी मेंबरों का कहना था कि कमेटी मीटिंग में उठाये गये मसलों का […]
जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन की सोमवार की कमेटी मीटिंग हंगामेदार रही. इस दौरान सत्ता पक्ष के खिलाफ कमेटी मेंबरों ने जमकर हमला बोला. यहां तक कि अध्यक्ष, महामंत्री, डिप्टी प्रेसिडेंट को हाउस और कमेटी मेंबरों को कमजोर करने का आरोप लगाया. कमेटी मेंबरों का कहना था कि कमेटी मीटिंग में उठाये गये मसलों का कोई हल नहीं निकलता है.
नये कमेटी मेंबर पिलेट प्लांट के आशुतोष कुमार ने कहा कि कर्मचारियों की उनसे नाराजगी बढ़ रही है क्योंकि कमेटी मीटिंग में जो मुद्दे उठाये जाते हैं, उसको कोई सुनने वाला नहीं होता है. सीआरएम बारा के वरुण कुमार ने कहा बोनस का समझौता बेहतर नहीं कराने का आरोप लगाया. कहा कि ग्रेड रिवीजन के पहले एनएस ग्रेड का आइबी नहीं बढ़ा और न ही डीए ही बढ़ा है. कोक प्लांट के सत्येंद्र झा ने कहा कि बोनस और बेहतर हो सकता था.
मैनपावर कम होने से कर्मचारी पर वर्क लोड बढ़ा : कमेटी मेंबर विनय पांडेय ने कहा कि विभागों में मैनपावर कम कर दिया गया है. इससे कर्मचारियों पर वर्क लोड बढ़ा है. क्रेन ऑपरेटर रात को साढ़े दस बजे चलाना शुरू करता है और सुबह साढ़े चार बजे उतरता है फिर भी उसे शो-कॉज कर दिया जाता है. विभागों में रिलीवर नहीं है और दो ही ऑपरेटर है. नेचुरल कॉल होने पर भी उनको उतरने की इजाजत नहीं दी जाती है.
फूट सकता है गुस्सा : कोक प्लांट के पीके सिंह ने कहा कि कर्मचारी आज मानसिक व आर्थिक तौर पर काफी दबाव महसूस कर रहे हैं. उनमेें अंदर-ही अंदर आक्रोश पनप रहा है. उन्होंने कहा कि एनएस 1 से एनएस 4 में जाने का जो ट्रेनिंग मॉड्यूल दिया गया है, वह काफी खराब है. इस वजह से कर्मचारियों को प्रोमोशन नहीं मिल रहा है. डिस्चार्ज कर्मचारी को काम पर वापस दिलाने में अब तक के कार्यकाल में आर रवि प्रसाद व उनकी टीम ने कोई पहल नहीं की. डिस्चार्ज कर्मचारियों को आर्थिक लाभ देने का हाउस ने प्रस्ताव पारित कर दिया है, लेकिन इस पर अागे कोई काम नहीं हो रहा है.
टीएमएच कांट्रैक्ट पर चल रहा, कैसे होगी बेहतर क्वालिटी : टीएमएच की कमेटी मेंबर ब्रताती चक्रवर्ती ने कहा कि नर्स, डॉक्टर से लेकर पारा मेडिकल स्टाफ तक कांट्रैक्ट पर टीएमएच में बहाल हो रहे हैं. ऐसे में अस्पताल में इलाज की क्वालिटी बेहतर कैसे हो सकती है. इसमें स्थायी लोगों को बहाल करने की जरूरत है.
कर्मचारियों की सुविधा की कटौती के खिलाफ उठे आवाज
जे आदिनारायण ने कहा कि रिटायरमेंट के बाद मेडिकल सुविधा को बरकरार रखना चाहिए. जमशेदपुर में डिग्री कॉलेज जरूरी है. डब्ल्यूआरएम के राजेश प्रसाद ने कहा कि बोनस का समझौता ठीक नहीं हुआ है.
री-ऑर्गेनाइजेशन को लेकर अध्यक्ष की तारीफ : पावर हाउस के सुनील कुमार सिंह, अंजनी पांडेय और बीपीएच के आरएस चौहान ने कहा कि बेहतर रिऑर्गेनाइजेशन हुआ है.
ग्रेड के चार्टर्ड ऑफ डिमांड के लिए कई लोगों ने दिये सुझाव : टाटा स्टील के कर्मचारियों के ग्रेड रिवीजन समझौता के चार्टर्ड ऑफ डिमांड के लिए कमेटी मीटिंग के दौरान कई लोगों ने सुझाव दिये.कई लोगों ने एमजीबी को बढ़ाने पर जोर दिया. इसके अलावा कई सारे सुझाव दिये. यूनियन सुझाव लेने के बाद फाइनल चार्टर्ड ऑफ डिमांड प्रबंधन को सौंपेगी.
सभी समझौते कमेटी मेंबरों की राय से हुए : आर रवि प्रसाद
यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद ने विरोधियों को जवाब दिया. कहा कि एक कमेटी मेंबर 6000 से 3000 मैनपावर करने की बात कही है. यह 2006 से घटते-घटते हुआ है. अगर आज आरओ नहीं होता तो भविष्य में यह एक हजार भी मैन पावर हो जाता. उन्होंने कहा कि हर समझौता कमेटी मेंबरों की इच्छा से ही किया गया है. अध्यक्ष ने कहा कि समय के साथ कई बदलाव हुए हैं. कर्मचारियों की 78 हजार से घटकर 15 हजार पर आ गयी है. शीट मिल बंद हो गया. जुस्को अलग बना दिया गया. आज बोलने की आजादी है. 2013 में दस साल का आरओ बेनीफिट देने का हुआ था, लेकिन हमने इसका रिव्यू कराया और तय किया कि ग्रेड रिवीजन में फिर से बदलाव होगा. अगर बोनस पिछली कमेटी के फाॅर्मूला के आधार पर होता तो यह राशि 100 करोड़ रुपये तक भी नहीं पहुंच पाती. उन्होंने कहा कि इस कार्यकाल में जितना लंबित आइबी या मैनपावर निकला है, कमेटी मेंबरों के सहयोग से निकला है. जहां तक चार साल के इंक्रीमेंट का इश्यू है तो वह नहीं हो पा रहा है, प्रयास किया जा रहा है. जी ब्लास्ट फर्नेस के खाली सीट पर होगा चुनाव : अध्यक्ष ने सदन को जानकारी दी कि जी ब्लास्ट फर्नेस के कमेटी मेंबर अरुण कुमार सेवानिवृत्त हो गये हैं. सत्र समाप्ति के छह साल के पहले तक चुनाव कराया जा सकता है. इसके तहत चुनाव कराया जायेगा, जिस पर सारे लोगों ने अपनी मंजूरी दे दी.