24 घंटे में बच्चों का सर्टिफिकेट जमा करायें

जमशेदपुर. जिला शिक्षा अधीक्षक बांके बिहारी सिंह ने 15 निजी स्कूलों को जमशेदपुर अभिभावक संघ के पैड पर अनुशंसा के बाद नामांकित बच्चों का सर्टिफिकेट आरटीइ सेल को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में बुधवार आयोजित बैठक में उपस्थित स्कूलों के प्रिंसिपल व प्रतिनिधियों को इसके लिए 24 घंटे का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 7, 2017 8:34 AM
जमशेदपुर. जिला शिक्षा अधीक्षक बांके बिहारी सिंह ने 15 निजी स्कूलों को जमशेदपुर अभिभावक संघ के पैड पर अनुशंसा के बाद नामांकित बच्चों का सर्टिफिकेट आरटीइ सेल को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में बुधवार आयोजित बैठक में उपस्थित स्कूलों के प्रिंसिपल व प्रतिनिधियों को इसके लिए 24 घंटे का समय दिया गया है.

सभी प्राइवेट स्कूलों को गुरुवार को दोपहर एक बजे तक हर हाल में सेल के पास सर्टिफिकेट की फोटोकॉपी जमा करने को कहा गया है ताकि सभी बच्चों के दस्तावेज की जांच हो सके, जिन्होंने गरीब व अभिवंचित वर्ग की आरक्षित सीट पर एडमिशन लिया है. प्राइवेट स्कूल की अोर से जो सर्टिफिकेट आरटीइ सेल को उपलब्ध करवाया जायेगा, उनकी सत्यता की जांच की जायेगी. इस दौरान मुख्य रूप से जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र व जन्म प्रमाण पत्र की जांच होगी.

इन स्कूलों के प्रतिनिधि थे शामिल. डीएवी बिष्टुपुर, केपीएस कदमा, डीबीएमएस कदमा, बाल्डविन कदमा फार्म एरिया, राजेंद्र विद्यालय, जुस्को कदमा, आरएमए खूंटाडीह, ब्लू बेल्स, बालीचेला, नरभेराम हंसराज इंग्लिश स्कूल, डीएवी इंग्लिश स्कूल सोनारी.
स्कूल डाक से सर्टिफिकेट भेज कर कराये जांच. इस साल अब तक कुल 455 गरीब व अभिवंचित वर्ग के बच्चों का दाखिला शहर के अलग-अलग प्राइवेट स्कूलों में आरक्षित कोटे की सीट पर हुअा है. बुधवार को आयोजित बैठक में प्राइवेट स्कूल के प्रतिनिधियों को कहा गया कि जमशेदपुर अभिभावक संघ द्वारा जिन बच्चों के एडमिशन लेने की सिफारिश उनके पैड पर की गयी थी, इस तरह के बच्चों के सर्टिफिकेट की जांच प्रशासन द्वारा गठित जांच टीम करेगी जबकि अन्य बच्चों के सर्टिफिकेट की जांच के लिए स्कूल प्रबंधन रजिस्टर्ड डाक ने जेएनएसी, एमएनएसी, जुगसलाई नगर पालिका व आय प्रमाण पत्र के लिए सीअो अॉफिस को पत्र भेजेंगे. वहां से जांच कर सत्यतता का पता चल सकेगा.

फर्जी दस्तावेज बनाकर नामांकन का धंधा : डीएसइ
जिला शिक्षा विभाग ने मंगलवार को अभिभावक संघ के पैड पर लिख कर जिन 11 बच्चों का एडमिशन अलग-अलग स्कूलों में करवाया था. उनके जन्म प्रमाण पत्र की जब जांच जेएनएसी से करवायी तो पाया गया कि 10 जन्म प्रमाण पत्र फर्जी थे. उन्हें जेएनएसी से निर्गत ही नहीं किया गया था. डीएसइ बांके बिहारी सिंह ने कहा कि जांच के क्रम में फर्जी दस्तावेज बनवा कर प्राइवेट स्कूल में एडमिशन करवाने की बात सामने आने के बाद जब बुधवार को जांच टीम अौर आगे बढ़ी तो पाया गया कि इसके लिए रैकेट चलाया जा रहा था. जो फर्जी दस्तावेज तैयार करने से लेकर आरटीइ सेल में एडमिशन के लिए आवेदन देता व प्राइवेट स्कूल में दबाव बनवा कर एडमिशन करवा रहा था.

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