जमशेदपुर में हुई थी झारखंड की सबसे बड़ी त्रासदी, 22 साल पहले जहरीली शराब पीकर मर गये थे 70 लोग
जमशेदपुर : वर्ष 1995 में जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाना क्षेत्र की उरांव बस्ती में जहरीली शराब कांड हुआ था. उस कांड में 70 लोगों की मौत हो गयी थी. वर्तमान मुख्यमंत्री रघुवर दास उस समय पहली बार भाजपा से विधायक बने थे. पुलिस प्रशासन के खिलाफ उन्होंने उरांव बस्ती में अपने राजनीतिक जीवन का पहला […]
जमशेदपुर : वर्ष 1995 में जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाना क्षेत्र की उरांव बस्ती में जहरीली शराब कांड हुआ था. उस कांड में 70 लोगों की मौत हो गयी थी. वर्तमान मुख्यमंत्री रघुवर दास उस समय पहली बार भाजपा से विधायक बने थे.
पुलिस प्रशासन के खिलाफ उन्होंने उरांव बस्ती में अपने राजनीतिक जीवन का पहला सबसे बड़ा आंदोलन किया था. उस दौरान पुलिस के साथ उरांव बस्ती में झड़प भी हुई थी. तब पूर्वी सिंहभूम के एसपी डॉ अजय कुमार ( वर्तमान में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता) थे.
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उरांव बस्ती शराब कांड में कार्रवाई की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दिया गया था. धरने में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, भूतपूर्व सांसद बागुन सुंब्रुई, बिहार के वर्तमान उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी समेत कई नेता शामिल हुए थे.
इसके बाद मामले की जांच शुरू हुई थी. चूंकि, उरांव बस्ती गरीबों की बस्ती थी, इसलिए अलग राज्य बनने के बाद और झारखंड में अलग सरकार बनने के बाद रघुवर दास ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिलाया था.
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कुछ मृतकों के परिजनों को मुआवजा के साथ-साथ सरकारी नौकरी भी मिली थी. इस जहरीली कांड को आज भी जमशेदपुर के लोग भूले नहीं हैं, क्योंकि उस कांड में कई घर उजड़ गये थे.