पांच घंटे तक चले धरने के बाद संघ का प्रतिनिधिमंडल सिविल सर्जन से मिला और अपनी बात रखी. संघ ने सिविल सर्जन को चेताया कि कि अगर रवींद्र कुमार का निलंबन वापस नहीं लिया गया तो सभी कर्मचारी हड़ताल पर चले जायेंगे.
उसके बाद सिविल सर्जन डॉ केसी मुुंडा ने रवींद्र कुमार का निलंबन वापस ले लिया. संघ के जिला मंत्री रवींद्रनाथ ठाकुर ने बताया कि निलंबन आदेश निर्गत करने से पूर्व रवींद्र कुमार को पक्ष रखने का अवसर नहीं दिया गया था. इससे सिविल सर्जन की कार्रवाई की पारदर्शिता पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है. इसलिए संघ ने निलंबन वापस करने की मांग की थी. इसके साथ ही जिले में कार्यरत योग्यताधारी चतुर्थवर्ग के कर्मियों को तृतीय वर्ग में प्रोन्नति देने, एन वन सेंटर पर दवा, उपकरण, बिजली, पानी एवं डॉक्टर उपलब्ध कराने की मांग की गयी है. इस दौरान जिला अध्यक्ष रामदयाल यादव, जिला मंत्री रवींद्रनाथ ठाकुर, तुषारकांत बनर्जी, शर्मिला ठाकुर, रंजीत कुमार पांडे, जॉनी मुखी आदि मौजूद थे.