टायो कर्मियों की बस सेवा बंद, हंगामा

जमशेदपुर : गम्हरिया स्थित टायो के कर्मचारियों को बस से कंपनी के भीतर ले जाने की सेवा गुरुवार को बंद कर दी गयी. इसके विरोध में टायो संघर्ष समिति के अजय शर्मा के नेतृत्व में कर्मचारियों ने साकची बागमती रोड स्थित कार्यालय के समक्ष हंगामा व नारेबाजी की. बाद में कंपनी की ओर से कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 15, 2017 4:24 AM

जमशेदपुर : गम्हरिया स्थित टायो के कर्मचारियों को बस से कंपनी के भीतर ले जाने की सेवा गुरुवार को बंद कर दी गयी. इसके विरोध में टायो संघर्ष समिति के अजय शर्मा के नेतृत्व में कर्मचारियों ने साकची बागमती रोड स्थित कार्यालय के समक्ष हंगामा व नारेबाजी की. बाद में कंपनी की ओर से कहा गया कि इस बारे में शुक्रवार को स्थिति स्पष्ट की जायेगी.

कर्मियों को साकची स्ट्रेट माइल रोड पर उतारा
टायो के जिन कर्मचारियों ने अरली सेपरेशन स्कीम (इएसएस) का लाभ नहीं लिया है. उन्हें अब तक बस के जरिये कंपनी के अंदर ले जाया जाता था. गुरुवार को भी कर्मचारियों को साकची से बस में सवार किया गया. लेकिन अचानक बस चालक को फोन आया कि कर्मचारियों को लेकर नहीं जाना है. इसके बाद चालक ने कर्मचारियों को साकची स्ट्रेट माइल रोड में ही उतार दिया और वहां से बस लेकर चला गया.
नाराज कर्मचारी पहुंचे साकची कार्यालय :
कर्मचारियों को बस से उतारे जाने की सूचना पाकर टायो संघर्ष समिति के अजय शर्मा समेत कई लोग पहुंचे. वहां से सभी पैदल ही साकची बागमती रोड स्थित कार्यालय पहुंचे और वहां हंगामा और नारेबाजी की. हंगामा को देखते हुए वहां सुरक्षा के इंतजाम किये गये थे. नारेबाजी कर रहे लोगों को कार्यालय के भीतर नहीं जाने दिया गया. बाद में कंपनी की ओर से कहा गया कि शुक्रवार को इस बारे में जानकारी दी जायेगी.
एमडी आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गयी
टायो कंपनी के कार्यालय और टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन की सुरक्षा बढ़ा दी गयी थी. हंगामा के दौरान कार्यालय को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था जबकि एमडी के घर में भी क्यूआरटी व पुलिस की टीम को तैनात कर दिया गया था. यहां हर पल निगरानी की जा रही है.
नाराज कर्मचारियों ने साकची कार्यालय के समक्ष दिया धरना, नारेबाजी की
11 माह से वेतन नहीं मिल रहा : अजय शर्मा
टायो संघर्ष समिति के अजय शर्मा ने बताया कि पिछले 11 माह से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है. एलटीसी की राशि को लेकर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. बोनस भुगतान भी नहीं किया जा रहा है. कर्मचारियों के समक्ष भुखमरी की स्थिति पैदा हो गयी है. कंपनी के भीतर बिना बस के जाने पर रोक है और अब बस की सेवा भी बंद कर दी गयी है. कर्मचारियों को मिल रही सुविधाओं से लगातार वंचित किया जा रहा है. अब कर्मचारियों के धैर्य की परीक्षा ली जा रही है.

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