लोयोला से निष्कासित छात्र को मिला मौका
जमशेदपुर: जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में गुरुवार को एक त्रिपक्षीय वार्ता हुई. इसमें लोयोला स्कूल प्रबंधन, डीएसइ, पहली क्लास से निष्कासित छात्र और उसके अभिभावक ने हिस्सा लिया. बैठक में प्रबंधन व अभिभावक ने अपना-अपना पक्ष रखा. फिर सहमति बनी कि उक्त छात्र को दूसरी क्लास के बजाय तीसरी क्लास में रखा जायेगा. कारण वह […]
जमशेदपुर: जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में गुरुवार को एक त्रिपक्षीय वार्ता हुई. इसमें लोयोला स्कूल प्रबंधन, डीएसइ, पहली क्लास से निष्कासित छात्र और उसके अभिभावक ने हिस्सा लिया. बैठक में प्रबंधन व अभिभावक ने अपना-अपना पक्ष रखा. फिर सहमति बनी कि उक्त छात्र को दूसरी क्लास के बजाय तीसरी क्लास में रखा जायेगा. कारण वह उम्र में बड़ा है.अगर दूसरी क्लास में उसे रखा जाता है, तो पहले की तरह छोटे-छोटे बच्चे को परेशान कर सकता है. अभिभावक से लिखित रूप से मांगा गया है कि अगर बच्च फेल करता है, या गलती करता है, तो अभिभावक उसे खुद स्कूल से बाहर कर लेंगे. स्कूल कोई भी निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होगा.
स्कूल प्रबंधन का तर्क
प्रिंसिपल फादर सबेस्टियन ने कहा कि उक्त छात्र के खिलाफ पूरे एक सेक्शन के बच्चों के अभिभावकों ने लिखित शिकायत की थी. बच्च उद्दंड है. उसके उम्र में हेरफेर की गयी है.
अभिभावक का पक्ष
यह बात सही है कि जितना ध्यान बच्चे पर देना चाहिए था, उतना नहीं दिया है. तीन महीने में बच्चे में सुधार नहीं होता है, तो खुद बच्चे को बाहर निकाल लेंगे.
एक मौका दिया गया
जिला शिक्षा अधीक्षक इंद्र भूषण सिंह ने कहा कि बच्चे और अभिभावक ने गलती की है, उन्होंने उसे स्वीकार कर लिया है. लेकिन फिर भी बच्चे को सुधरने का एक मौका दिया जाना चाहिए.