कुड़मी काे आदिवासी सूची में शामिल करने की मांग पर डेढ़ घंटे ठप किया यातायात, पटमदा-बंगाल मुख्य मार्ग जाम, 130 गिरफ्तार

जमशेदपुर : कुड़मियाें काे आदिवासी सूची में शामिल करने की मांग काे लेकर आदिवासी कुड़मी समाज के बैनर तले बुधवार काे पांच राज्याें में डहर छेंका (प्रवेश नाकेबंदी) का अायाेजन किया गया था. समाज के प्रमुख सह आजसू पार्टी बंगाल इकाई के नेता अजीत महताे के आह्वान पर झारखंड, बंगाल, आेड़िशा, बिहार आैर छतीसगढ़ के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 21, 2017 8:16 AM
जमशेदपुर : कुड़मियाें काे आदिवासी सूची में शामिल करने की मांग काे लेकर आदिवासी कुड़मी समाज के बैनर तले बुधवार काे पांच राज्याें में डहर छेंका (प्रवेश नाकेबंदी) का अायाेजन किया गया था.
समाज के प्रमुख सह आजसू पार्टी बंगाल इकाई के नेता अजीत महताे के आह्वान पर झारखंड, बंगाल, आेड़िशा, बिहार आैर छतीसगढ़ के बॉर्डर एरिया के प्रवेश द्वार पर विराेध-प्रदर्शन किया गया. नाकेबंदी में सैकड़ों वाहन फंसे रहे. पटमदा के बेलटांड आैर रंगाटांड चाैक पर विनय कुमार महताे, जयराम महताे, पति लाल महताे के नेतृत्व में सैकड़ाें की संख्या में लोग सुबह छह बजे ही सड़क पर आकर बैठ गये.

सड़क जाम की पूर्व सूचना प्रशासन काे नहीं थी. सूचना मिलते ही अंचलाधिकारी विजय सिंह बिरुआ आैर पटमदा सर्किल इंस्पेक्टर राजीव रंजन के नेतृत्व में पुलिस बल ने वहां पहुंच कर विनय कुमार महताे, जयराम महताे, पति लाल महताे समेत 130 आंदाेलनकारियाें काे हिरासत में ले लिया. सभी काे थाना लाया गया, जिसके बाद सड़क मार्ग पर यातायात बहाल किया गया. आदिवासी कुड़मी समाज के बंगाल प्रमुख अजीत कुमार महताे ने कहा कि सरकार कुड़मियाें को उनके हक-अधिकार से वंचित कर रही है. इसके विरोध में पांच राज्याें में डहर छेंका-चक्का जाम का आयाेजन किया गया. अजीत महता ने बताया कि कुड़मियाें काे आदिवासी सूची में शामिल किये जाने के अलावा प्राथमिक विद्यालय में कुड़मी भाषा के पठन-पाठन की पुस्तकें उपलब्ध कराने, भादु पर्व के अवसर पर सरकारी छुट्टी की मांग भी शामिल है.

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