राजीव मुबंई में करता था शेयर बाजार का काम, प्रलोभन में फंस कर नकली पता दे खुलवाये थे दो खाते

जमशेदपुर: आदित्यपुर के उद्यमी प्रमोद कुमार सिंह के खाता से 50 लाख रुपये ट्रांसफर करने के मामले में बिष्टुपुर पुलिस ने गिरफ्तार कहकशां परवीन और उसके पति राजीव रंजन कुमार को जेल भेज दिया है. वहीं पुलिस लखीसराय के आकीब, विकास और एक अन्य युवक की तलाश में है. इधर, पूछताछ में फतुहा थाना क्षेत्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 27, 2017 8:38 AM
जमशेदपुर: आदित्यपुर के उद्यमी प्रमोद कुमार सिंह के खाता से 50 लाख रुपये ट्रांसफर करने के मामले में बिष्टुपुर पुलिस ने गिरफ्तार कहकशां परवीन और उसके पति राजीव रंजन कुमार को जेल भेज दिया है.
वहीं पुलिस लखीसराय के आकीब, विकास और एक अन्य युवक की तलाश में है. इधर, पूछताछ में फतुहा थाना क्षेत्र के कल्याणपुर का रहने वाला राजीव रंजन ने बताया है कि वह मुबंई में शेयर बाजार का काम करता था. उसकी पत्नी भी मुबंई में रहती थी. शेयर बाजार का काम करने के दौरान उसकी पहचान पटना में शेयर बाजार का काम करने वाले लखीसराय निवासी आकीब से हुई.

आकीब ने उसे पटना में शेयर मार्केट में काम कर अच्छा लाभ कमाने का प्रलोभन दिया. इस पर वह अपनी पत्नी के साथ पटना चला आया. वह पटना में संजय कुमार सिंह के घर में किराये में रहने लगा. राजीव ने बताया कि एक दिन आकीब ने प्रलोभन दिया कि कहीं से राशि ट्रांसफर होने वाली है, यदि वह (राजीव) अपने खाता में राशि ट्रांसफर कराता है, तो उसे वह मोटी रकम देगा. रुपये कमाने की लालच में उसने अपनी पत्नी कहकशां परवीन (नालंदा, नीमी चौक बशानी राजगीर, जिला पटना) का एक्सिस बैंक और यस बैंक का खाता नंबर आकीब को दे दिया.

मैनेजर ने शक होने पर बैंक में बैठाया, पुलिस बुलायी
पुलिस को राजीव ने बताया है कि आकीब द्वारा गलत तरीके से रुपये मंगवाने के कारण उसे (राजीव) फंसने का भय हो गया. इस वजह से उसने अपनी पत्नी कहकशां परवीन का दोनों बैंक का खाता नंबर दिया. दोनों खाता गलत दस्तावेज पर खुलवाये गये थे. 19 सितंबर को आकीब ने फोन किया कि उसके एक्सिस बैंक में 15 लाख रुपये और यस बैंक में 20 लाख रुपये ट्रांसफर हुए हैं. जानकारी के बाद वह अपनी पत्नी के साथ पटना गांधी मैदान के पास स्थित एक्सिस बैंक में गया और 15 लाख में से साढ़े चौदह लाख रुपये यस बैंक में ट्रांसफर करा लिया. इसके बाद उसने फिर से एक्सिस बैंक में जाकर 18 लाख रुपये चेक के माध्यम से निकाले. रुपये निकालने के दौरान बैंक में आकीब अपने दोनों दोस्तों के साथ मौजूद था. आकीब ने 16 लाख रुपये बैंक में ले लिया और दो लाख रुपये उसे (राजीव) खर्च के लिए दिये. 22 सितंबर को दोबारा राजीव अपनी पत्नी के साथ यस बैंक गये और 15 लाख रुपये का चेक भर कर बैंक में जमा किया. बैंक मैनेजर ने उसे तथा उसकी पत्नी दोनों को कार्यालय में बैठा लिया. बैंक मैनेजर ने कहा कि 19 सितंबर को खाता से 18 लाख रुपये निकाले गये, फिर 15 लाख रुपये क्यों निकाले जा रहे हैं. राजीव ने मैनेजर को प्रोपटी डिलिंग का हवाला देते हुए मामले को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन कुछ देर बाद पुलिस पहुंच गयी और दोनों को पकड़ लिया.

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