जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम में बिजली चोरी के खिलाफ विभाग की कार्रवाई से जिले के व्यापारियों में हड़कंप मच गया है. सिंहभूम चेंबर अॉफ कॉमर्स के नेतृत्व में व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल विद्युतविभागके जीएम अमरनाथ मिश्रा से मुलाकात कर विभाग की कार्रवाई का विरोध किया. व्यापारियों ने कहा कि विभाग अपनी नाकामी छिपाने के लिए बेतुका कार्रवाई कर रहा है. व्यापारियों के इस आरोप पर बिजली विभाग के जीएम श्री मिश्रा ने प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से पूछा कि यदि कार्रवाई गलत है, तो कार्रवाई के तुरंत बाद लोड कैसे कम हो गया. विभाग ने स्पष्ट कर दिया कि बिजली चोरी करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी.
इससे पहले, चाकुलिया केे इंगोट बनानेवाली हिमाद्री स्टील प्राइवेट लिमिटेड (स्टील फर्नेस)में बिजली चोरी का मामला सामने आया था. मंगलवार को साढ़े तीन बजे से लेकर रात साढ़े बारह बजे तक विभाग ने छापामारी की. बुधवार सुबह चाकुलिया के सहायक अभियंता रोहित मांझी के लिखित बयान के आधार पर चाकुलिया थाना में कंपनी के दो निदेशक महेश सोंथालिया जमशेदपुर अौर प्रकाश कुमार शर्मा हुगली कोलकाता के खिलाफ बिजली चोरी की धारा लगाकर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी. दोनों निदेशकों पर 2.11 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. साथ ही बिजली विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कंपनी का बिजली कनेक्शन भी काट दिया.
घाटशिला विद्युत कार्यपालक अभियंता आनंद कौशिक के अनुसार, हिमाद्री स्टील में सिटी शॉर्ट करके बिजली चोरी की जा रही थी. वहीं, चाकुलिया स्थित हिमाद्रि स्टील प्राइवेट लिमिटेड के महेश सोंथालिया ने कहा कि छापामारी के दौरान बिजली चोरी का एक भी साक्ष्य नहीं मिला. न ही कोई सामान या उपकरण जब्त किया गया. निरीक्षण रिपोर्ट में इसका उल्लेख है. बावजूद इसके उन पर झूठा केस किया गया. निरीक्षण रिपोर्ट में चोरी का शक बताते हुए नियमानुसार कार्रवाई की बात कही गयी है, न कि चोरी करते हुए पकड़े जाने की. उन्होंने कहा कि साक्ष्य के तौर पर फोटोग्राफ के साथउन्होंने पूरे मामले की थर्ड पार्टी से निष्पक्ष जांच का अनुरोध किया है.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि धालभूमगढ़ में इंगोट बनानेवाली मेसर्स हरिओम स्मेल्टर के अलावा चाकुलिया के मेसर्स शंकर फेरे एलॉय में बिजली चोरी पकड़ायी थी. मंगलवार को हुई छापेमारी में बिजली विभाग ने चाकुलिया के हिमाद्रि स्टील में बिजली चोरी पकड़ी. तीनों कंपनी को मिलाकर साढ़े तेरह करोड़ रुपये से ज्यादा का जुर्माना लगाया गया है.
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उधर, इंगोट प्लांट के मालिक, निदेशक व व्यापारी बुधवार को विद्युत जीएम अमरनाथ मिश्रा से मुलाकात की. व्यापारियों ने कहा कि जिस तरह से बिजली विभाग छापामारी कर रहा है, ऐसे में वे अपना व्यापार नहीं चला पायेंगे. कंपनियों ने कहा कि वे सभी अपनी-अपनी कंपनी की चाबी जीएम को सौंप देंगे.
सिंहभूम चेंबर अॉफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष सुरेश सोंथालिया ने कहा कि बिल जमा करने के बाद भी विभाग नियमित बिजली की आपूर्ति नहीं कर पा रहा है. आखिर व्यापारी कैसे कारोबार करेगा. उन्होंने कहा कि अपनी गलती छुपाने के लिए बिजली विभाग कंपनियों में छापामारी कर रहा है और शक के आधार पर मुकदमा दर्ज कर रहा है.
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इस पर जीएम ने पलटकर पूछा कि छापामारी शुरू होते ही चाकुलिया में 10 केवीए का लोड कैसे अौर क्यों कम हो गया. यदि सब कुछ ठीक रहता, तो लोड कम नहीं होता. इससे यहींपताचलता है कि कहीं न कहीं बिजली चोरी हो रही थी. उन्होंने कहा कि छापेमारी नहीं रुकेगी. कार्रवाई की जायेगी. बिजली चोरी के खिलाफ अभियान जारी रहेगा. लाइन लॉस कम करना है. उद्यमी निर्भीक होकर कारोबार करें, लेकिन बिजली चोरी करेंगे, तो विभाग अब चुप नहीं बैठेगा. बिजली खपत के मुताबिक बिल दे रहे हैं, तो डरने की बात नहीं है.