ब्याज के साथ प्रधानाध्यापकों से राशि वसूलने की तैयारी
शिक्षकों ने लगाया विभागीय कर्मचारियों पर 10 फीसदी कमीशन लेने का आरोप स्कूलों में कमरे व बाउंड्रीवाल के निर्माण में गड़बड़ी का मामला जमशेदपुर : सर्व शिक्षा अभियान के तहत पूर्वी सिंहभूम में स्कूलों के कमरे व बाउंड्रीवाल के निर्माण में हुई गड़बड़ी के मामले में शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख अख्तियार किया है. ऐसे […]
शिक्षकों ने लगाया विभागीय कर्मचारियों पर 10 फीसदी कमीशन लेने का आरोप
स्कूलों में कमरे व बाउंड्रीवाल के निर्माण में गड़बड़ी का मामला
जमशेदपुर : सर्व शिक्षा अभियान के तहत पूर्वी सिंहभूम में स्कूलों के कमरे व बाउंड्रीवाल के निर्माण में हुई गड़बड़ी के मामले में शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख अख्तियार किया है. ऐसे शिक्षक जिन्होंने पांच साल पहले राशि ली थी और अब तक काम पूरा नहीं हुआ है, अब अगर उनसे राशि की वसूली की जायेगी, तो ब्याज भी वसूला जायेगा. इसको लेकर जिला शिक्षा अधीक्षक विभाग के अधिकारी वरीय पदाधिकारियों के संपर्क में हैं. इसके लिए सभी शिक्षकों को सूचीबद्ध कर लिया गया है. राशि वसूली को लेकर एक समस्या यह आ रही है कि जिन शिक्षकों को जिस विद्यालय में निर्माण कार्य करने के लिए फंड दिया गया था, उनका तबादला कहीं और हो गया है.
साथ ही कुछ शिक्षकों की मौत भी हो गयी है. इस तरह के शिक्षक पर सर्टिफिकेट केस किया जायेगा और शिक्षक के परिजन से पैसे की वसूली की जायेगी. इधर, जिले में पिछले 13 साल से हो रही गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आने के बाद शिक्षक भी अब मुखर हो रहे हैं. नाम नहीं छापने की शर्त पर एक शिक्षक ने बताया कि तत्कालीन डीएसइ, विभाग के इंजीनियर अौर शिक्षकों की मिलीभगत से खेल वर्षों से चल रहा था. शिक्षकों के खाते में भले निर्माण कार्य की कुल लागत का 75 फीसदी राशि ट्रांसफर कर दी जाती थी, लेकिन उक्त राशि का कुछ अंश तत्कालीन डीएसइ द्वारा ले ली जाती थी. वहीं शिक्षक संघ के एक नेता ने आरोप लगाया है कि अगर किसी शिक्षक द्वारा आंशिक रूप से कार्य पूरा कर भी दिया जाता था तो मेजरमेंट बुक (एमबी) के लिए बिल के करीब 10 फीसदी की मांग की जाती थी. इसी वजह से न ही कार्य पूरा होता था अौर न ही एमबी बन पाता था.