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िजले के 52 शिक्षकों का हुआ तबादला

जमशेदपुर : जिले के शिक्षकों के ट्रांसफर को लेकर पिछले 2 महीने से चल रहा सस्पेंस खत्म हो गया है. कई राउंड की स्क्रूटनी के बाद शिक्षकों के ट्रांसफर की सूची पर जिला शिक्षा स्थापना समिति ने अंतिम मुहर लगा दी है. तबादले की सूची में अोड़िया विषय के 42, जबकि 10 उर्दू शिक्षकों का […]

जमशेदपुर : जिले के शिक्षकों के ट्रांसफर को लेकर पिछले 2 महीने से चल रहा सस्पेंस खत्म हो गया है. कई राउंड की स्क्रूटनी के बाद शिक्षकों के ट्रांसफर की सूची पर जिला शिक्षा स्थापना समिति ने अंतिम मुहर लगा दी है. तबादले की सूची में अोड़िया विषय के 42, जबकि 10 उर्दू शिक्षकों का ट्रांसफर किया गया है, लेकिन इस सूची में 19 ऐसे शिक्षकों के नाम भी शामिल हैं, जिनकी वजह से जिला शिक्षा स्थापना समिति के निर्णय पर सवाल खड़ा किया जा रहा है. जिन 19 शिक्षकों का तबादला किया गया है,

उसमें अधिकांश शिक्षकों का तीन-चार महीने पूर्व ही रेशनलाइजेशन व ग्रेड चार में प्रोन्नति के बाद ऐच्छिक स्थानांतरण कर गांव भेजा गया था, लेकिन ये फिर से शहर पहुंच गये हैं. पूर्व में उक्त सूची में सिर्फ 10 शिक्षकों के नाम शामिल थे, लेकिन बाद में यह 11 हुआ. फिर संख्या 13 हुई. इसके बाद कुछ अौर शिक्षकों के नाम को जोड़ कर इसे 19 पर फाइनल कर दिया गया है. जिन शिक्षकों का ट्रांसफर किया गया है, उनमें 15 शिक्षकों को गांव से शहर लाया गया है.

20 अक्तूबर तक ज्वाइन करने का आदेश : जिला शिक्षा समिति की
अोर से जारी किये गये तबादले
की सूची में शिक्षकों के नाम की
सूची के साथ ही यह भी उल्लेख किया गया है कि सभी शिक्षक 20 अक्तूबर तक अपने नये स्कूल में ज्वाइन करें. उन्हें नवंबर का वेतन नये स्कूल में मिलेगा.
किडनी डैमेज व चलने में असमर्थ शिक्षकों के नाम पर नहीं हुई चर्चा
जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक में शिक्षकों के ट्रांसफर की सूची में कुछ ही शिक्षकों के नाम को ही शामिल किया गया था. ऐसे शिक्षकों के नाम पर चर्चा भी नहीं की गयी, जिन्होंने स्थापना समिति की बैठक से करीब 3 महीने पूर्व ही अपनी बीमारी की वजह से नजदीक के किसी स्कूल में ही स्थानांतरण करने की मांग की थी. इससे संबंधित उन्होंने दस्तावेज भी प्रस्तुत किये, लेकिन इस तरह के एक भी शिक्षक का तबादला नहीं हुआ.
स्थानांतरण के खिलाफ पीएमअो से करेंगे शिकायत : शिक्षक संघ
अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने विज्ञप्ति में बताया है कि चार महीने पहले ही ग्रामीण इलाके में पदस्थापित होने वाले शिक्षकों को फिर से शहर ले आया गया है, जबकि राज्य में नयी स्थानांतरण नीति प्रस्तावित है. इस मुद्दे को लेकर राजभवन से लेकर पीएमअो तक शिकायत करने की चेतावनी दी गयी है.
घाटशिला, मुसाबनी, सुरदा और डुमरिया में ब्लैक आउट, 14 घंटे से बिजली ठप
मुसाबनी शक्ति उपकेंद्र में लगाया जा रहा 10 एमवीए का ट्रांसफॉर्मर
डीवीसी से जेवीबीएनएल सब स्टेशन में इनकमिंग देते ही सिटी और ब्रेकर में आवाज
जेवीबीएनएल की विद्युत आपूर्ति ठप कर दोबारा आपूर्ति देने के लिए बाइपास करने का प्रयास जारी
घाटशिला. मुसाबनी शक्ति उपकेंद्र में घाटशिला के लिए 10 एमवीए का ट्रांसफॉर्मर लगाने के कारण शनिवार सुबह 9 बजे से घाटशिला, सुरदा, मुसाबनी और डुमरिया में बिजली ठप है. घाटशिला और सुरदा पूरी तरफ से ब्लैक आउट है. सुबह नौ बजे ही घाटशिला समेत सुरदा, मुसाबनी और डुमरिया की बिजली आपूर्ति ठप कर दी गयी. विभाग के इइ आनंद कौशिक ने दूरभाष पर बताया कि सब स्टेशन में 10 एमवीए का ट्रांसफॉर्मर बैठाये जाने के कारण मुसाबनी और डुमरिया की बिजली ठप कर दी गयी है. 10 एमवीए का ट्रांसफॉर्मर सब स्टेशन में बीच में बैठाया गया है. वहीं डुमरिया और मुसाबनी के ट्रांसफॉर्मर को हटाया गया. ट्रांसफॉर्मरों को हटाने के लिए क्रेन मंगाया गया. ट्रांसफॉर्मरों की वायरिंग खोली गयी. इसके बाद 10 एमवीए का ट्रांसफॉर्मर क्रेन द्वारा बैठाया गया. इसके बाद ही मुसाबनी और डुमरिया के ट्रांसफॉर्मरों को सब स्टेशन पर बैठाया गया. फिर वायरिंग का काम शुरू हो गया. समाचार लिखे जाने तक घाटशिला, सुरदा और डुमरिया में विद्युत की आपूर्ति करीब 14 घंटे बाद भी सुचारू नहीं हुई थी. सभी जगहों पर ब्लैक आउट है.
दो घंटे मऊभंडार में कटी रही बिजली
सूत्रों ने बताया कि सुबह 9 बजे से पूर्व ही आइसीसी कंपनी क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति ठप कर दी गयी. करीब 12 बजे विद्युत कंपनी क्षेत्र में आपूर्ति की गयी. इस दौरान लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. सूत्रों ने बताया कि शाम से विद्युत आपूर्ति सुचारु है. आइसीसी कारखाना की चिमनी से धुआं निकल रहा है.
रात 9 बजे हुई ट्रांसफॉर्मर की पूजा
रात करीब नौ बजे ट्रांसफॉर्मर बैठाये जाने के बाद पूजा की गयी. नारियल फोड़ा गया. इसके बाद मुसाबनी के दामोदर वैली कॉरपोरेशन से इनकमिंग बिजली झारखंड राज्य बिजली वितरण निगम लिमिटेड के सब स्टेशन में दी गयी. इनकमिंग विद्युत की आपूर्ति शुरू होते ही इस सब स्टेशन में शनिवार को ही लगाये ब्रेकर में फॉल्ट आ गया. इससे दोबारा इनकमिंग विद्युत आपूर्ति ठप करने के बाद विद्युत को बाइपास करने का प्रयास किया गया. निगम के अवर प्रमंडल विद्युत कार्यालय के कनीय अभियंता संतोष कुमार दास ने बताया कि इनकमिंग आपूर्ति देते ही फॉल्ट आ गया.

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