जम्मू में सीआरपीएफ हवलदार की हुई मौत
जमशेदपुर : टेल्को आउटर रोड (के-2/40) के रहने वाले सीआरपीएफ के हवलदार राणा प्रताप सिंह (45) की जम्मू में ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गयी. घटना सोमवार की सुबह करीब 10.30 बजे की है. मंगलवार शाम पार्थिव शरीर घर पहुंचने के बाद भुइयांडीह स्थित स्वर्णरेखा बर्निंग घाट में उनका अंतिम संस्कार किया […]
जमशेदपुर : टेल्को आउटर रोड (के-2/40) के रहने वाले सीआरपीएफ के हवलदार राणा प्रताप सिंह (45) की जम्मू में ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गयी. घटना सोमवार की सुबह करीब 10.30 बजे की है. मंगलवार शाम पार्थिव शरीर घर पहुंचने के बाद भुइयांडीह स्थित स्वर्णरेखा बर्निंग घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया. बड़ी बेटी प्रियंका सिंह ने जवान को मुखाग्नि दी.
राणा प्रताप की मौत की जानकारी बटालियन के अधिकारियों को दी गयी, साथ ही परिवार के लोगों को फोन करके सूचना दी गयी. मंगलवार की सुबह हवलदार को जम्मू के सीआरपीएफ कैंप में सलामी दी गयी. इसके बाद शव को जम्मू हवाई अड्डे से वायु सेना के जहाज से दिल्ली लाया गया. दिल्ली एयरपोर्ट पर भी सीआरपीएफ के अधिकारी और जवानों ने राणा प्रताप काे सलामी दी.
इसके बाद उन्हें दिल्ली से रांची हवाई अड्डा लाया गया. वहां से सीआरपीएफ के 133 बटालियन के पदाधिकारी और जवान पार्थिव शरीर को लेकर मंगलवार की शाम करीब छह बजे टेल्को पहुंचे. शव के आवास पर आने के साथ पूरा माहौल गमगीन हो गया. शव के दर्शन के बाद अंतिम यात्रा निकली.
अंतिम संस्कार भुइयांडीह स्थित स्वर्णरेखा बर्निंग घाट पर किया गया. राणा प्रताप सिंह की बड़ी बेटी प्रियंका सिंह ने अपने पिता को मुखाग्नि दी. इस मौके पर सीआरपीएफ के अधिकारियों और जवानों ने भी जवान को श्रद्वांजलि दी.
कन्वाई पैट्रोलिंग लेकर जा रहे थे जम्मू
राणा सीआरपीएफ के 79 बटालियन, श्रीनगर में पदस्थापित थे. घटना के संबंध में बताया जाता है कि हवलदार राणा प्रताप सिंह श्रीनगर से कन्वाई पैट्रोलिंग लेकर जम्मू की ओर जा रहे थे. जम्मू पहुंचने के बाद उन्हें सीने में दर्द हुआ. थोड़ी देर बाद दर्द ज्यादा बढ़ गया, जिसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी जम्मू स्थित सीआरपीएफ कार्यालय में दी. जानकारी मिलने पर अधिकारियों ने हवलदार को जम्मू के जीएमसीएच अस्पताल में भर्ती करवाया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी.