डोभा में पलेगी मछली, बढ़ेगी आमदनी

जमशेदपुर: जिले में पांच हजार से ज्यादा डोभा का निर्माण पूर्ण है अौर छह हजार से ज्यादा पर काम चल रहा है. जल संरक्षण के लिए बनाये गये डोभा में अब मनरेगा अौर मत्स्य विभाग के कनवर्जेंस से मछली पालन किया जा रहा है, ताकि लाभुक की आमदनी में बढ़ोतरी हो सके अौर जिला मछली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 6, 2017 8:38 AM
जमशेदपुर: जिले में पांच हजार से ज्यादा डोभा का निर्माण पूर्ण है अौर छह हजार से ज्यादा पर काम चल रहा है. जल संरक्षण के लिए बनाये गये डोभा में अब मनरेगा अौर मत्स्य विभाग के कनवर्जेंस से मछली पालन किया जा रहा है, ताकि लाभुक की आमदनी में बढ़ोतरी हो सके अौर जिला मछली पालन में अौर आत्मनिर्भर हो सके. इसके लिए मत्स्य विभाग द्वारा 90 प्रतिशत सब्सिडी में मछली का जीरा उपलब्ध कराया जा रहा है.

अभी जिले में कुछ लाभुकों द्वारा कनवर्जेंस से मछली पालन किया जा रहा है, लेकिन कई लाभुकों ने मछली पालन की इच्छा जतायी है. मनरेगा स्टेट प्लानिंग सेल कनवर्जेंस के को-अॉर्डिनेटर राजीव रंजन ने जमशेदपुर की बीडीअो पारूल सिंह के साथ जमशेदपुर प्रखंड के सुदुरवर्ती दलदली पंचायत में जाकर मनरेगा के कनवर्जेंस से डोभा में हो रहे मछली पालन अौर कनवर्जेंस से बने आंगनबाड़ी केंद्र का मुआयना किया.

को-अॉर्डिनेटर ने इस दौरान लाभुक से मछली पालन की क्या स्थिति है, क्या दिक्कत आ रही है अौर क्या सुधार किया जा सकता है, इस पर विचार-विमर्श किया. सुदुरवर्ती क्षेत्र होने के बावजूद वहां एक डोभा में काफी बेहतर तरीके से मछली पालन होना पाया गया. पंचायत में 50 डोभा का पूर्ण हैं, जिसमें से 25 लाभुकों ने मछली पालन की इच्छा बतायी. लाभुकों ने बताया कि दलदली पंचायत से जमशेदपुर प्रखंड मुख्यालय लगभग 50 किमी दूर है अौर वहां से मछली का जीरा लाने में परिवहन शुल्क में काफी खर्च हो जायेगा, इसलिए घर पर आकर जीरा उपलब्ध कराना बेहतर होगा. को-अॉर्डिनेटर ने कनवर्जेंस (मनरेगा अौर समाज कल्याण विभाग की संयुक्त राशि) से बने आंगनबाड़ी केंद्र का मुआयना किया. वहां 25 बच्चे पाये गये अौर केंद्र के अंदर काफी बेहतर तरीके से वाल पेटिंग किया हुआ पाया गया, जिससे बच्चों को समझने अौर सीखने में काफी आसानी होगी.

जमशेदपुर प्रखंड के दलदली पंचायत में कनवर्जेंस से डोभा में मछली पालन अौर आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण का जायजा लिया गया. सुदुरवर्ती क्षेत्र होने के बावजूद काफी अच्छे तरीके से मछली पालन किया जा रहा है, साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र में वाल पेटिंग का डिस्पले काफी अच्छा है.
राजीव रंजन, को-अॉर्डिनेटर, मनरेगा स्टेट प्लानिंग सेल कनवर्जेंस

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