मक्कड़ गुट का रहेगा कब्जा, सरना को झटका
जमशेदपुर : तख्त श्री हरिमंदिर पटना साहिब प्रबंधक कमेटी में पूर्व अध्यक्ष अवतार सिंह मक्कड़ को बहाल कर विविध कार्य कराने का आदेश जिला जज की ओर से निर्गत किया गया है. मंगलवार को तख्त साहिब के कस्टोडियन व पटना के जिला सत्र न्यायाधीश कृष्णकांत त्रिपाठी ने दायर वाद संख्या 150/17 में सुनवाई के दौरान […]
जमशेदपुर : तख्त श्री हरिमंदिर पटना साहिब प्रबंधक कमेटी में पूर्व अध्यक्ष अवतार सिंह मक्कड़ को बहाल कर विविध कार्य कराने का आदेश जिला जज की ओर से निर्गत किया गया है. मंगलवार को तख्त साहिब के कस्टोडियन व पटना के जिला सत्र न्यायाधीश कृष्णकांत त्रिपाठी ने दायर वाद संख्या 150/17 में सुनवाई के दौरान यह आदेश दिया है. अधिवक्ता जयप्रकाश सिंह ने बताया कि याचिकाकर्ता सरदार अमरजीत सिंह सम्मी के मामले में सुनवाई करते हुए तीन सितंबर को हुए प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारियों के चुनाव को अवैध करार दिया गया है.
दरअसल याचिककर्ता ने कहा कि प्रबंधक कमेटी का कार्यकाल पूरा होने के बाद भी कमेटी का चुनाव नहीं कराया जा रहा है, बल्कि बैठक कर पदाधिकारियों का चुनाव कर लिया. हालांकि, चुनाव के मामले में भी जिला व सत्र न्यायाधीश ने बिहार राज्य निर्वाचन प्राधिकार को तीन माह के अंदर चुनाव कराने का आदेश दिया था. जानकारी के अनुसार 15 सदस्यीय प्रबंधक कमेटी गुटों में बंटी है.
इसी क्रम में बीते तीन सितंबर को प्रबंधक कमेटी की बैठक हुई थी, जिसमें दिल्ली के हरविंदर सिंह सरना को अध्यक्ष व महासचिव चरणजीत सिंह को चुना गया था, जबकि पूर्व अध्यक्ष अवतार सिंह मक्कड़ की कमेटी में वरीय उपाध्यक्ष के पद पर रहे सरदार शैलेंद्र सिंह, कनीय उपाध्यक्ष बीबी कमलजीत कौर, सचिव महेंद्र सिंह छाबड़ा इसी पद पर सरना गुट में भी अपना कब्जा बनाये रखा. अब पुरानी कमेटी के बहाल रखने के आदेश के बाद तख्त साहिब में फिर सियासी हलचल बढ़ गयी है.
पूर्व की कमेटी से प्रधान अवतार सिंह, महासचिव सरजेंद्र सिंह काे हटाकर सरना गुट के प्रधान हरविंदर सिंह सरना, महासचिव चरणजीत सिंह ने चार्ज लिया था, जबकि मक्कड़ कमेटी में वरीय उपाध्यक्ष के पद पर रहे सरदार शैलेंद्र सिंह, कनीय उपाध्यक्ष बीबी कमलजीत कौर, सचिव महेंद्र सिंह छाबड़ा इसी पद पर बने रहे. अवतार सिंह मक्कड़ द्वारा अपने अस्वस्थ रहने के कारण वरीय उपाध्यक्ष सरदार शैलेंद्र सिंह काे पटना तख्त प्रबंधक कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाये जाने संबंधी विधिवत पत्र जारी किया था.