सीएम को काला झंडा दिखाने के आरोप में डेमका सोय गिरफ्तार
जमशेदपुर : खरसावां स्थित शहीद स्थल पर गाेलीकांड के शहीदाें काे श्रद्धांजलि देने पहुंचे मुख्यमंत्री रघुवर दास को काले झंडे दिखाने व नारेबाजी करने के मामले के मुख्य आरोपी डेमका सोय को पुलिस ने गुरुवार की दोपहर उलीडीह टैंक रोड से गिरफ्तार कर लिया. परसुडीह के छोलागोड़ा निवासी डेमका करीब दस माह से फरार थे. […]
जमशेदपुर : खरसावां स्थित शहीद स्थल पर गाेलीकांड के शहीदाें काे श्रद्धांजलि देने पहुंचे मुख्यमंत्री रघुवर दास को काले झंडे दिखाने व नारेबाजी करने के मामले के मुख्य आरोपी डेमका सोय को पुलिस ने गुरुवार की दोपहर उलीडीह टैंक रोड से गिरफ्तार कर लिया. परसुडीह के छोलागोड़ा निवासी डेमका करीब दस माह से फरार थे.
उलीडीह पुलिस ने बताया कि डेमका गुरुवार को टैंक रोड में एक डॉक्टर के पास अपना इलाज कराने के लिए आये थे. उलीडीह थाना प्रभारी मुकेश चौधरी को गुप्त सूचना मिली कि डेमका उनके क्षेत्र में एक क्लीनिक में बैठे हुए हैं. थाना प्रभारी ने अपने वरीय अधिकारियों को मामले की जानकारी दी और फोर्स के साथ टैंक रोड पहुंच कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि इस मामले में
खरसांवा थाना में डेमका सोय व उनके साथियों सहित 500 अज्ञात पर सरकारी काम में बाधा डालने, मारपीट करना, अपराधिक षड़यंत्र करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया गया था. यह है मामला : एक जनवरी 2017 को खरसावां स्थित शहीद स्थल पर गाेलीकांड के शहीदाें काे श्रद्धांजलि देने के लिए मुख्यमंत्री गये थे. वहां डेमका समेत अन्य लोग सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन के प्रस्ताव का विराेध कर रहे थे. मुख्यमंत्री के शहीद स्थल पर पहुंचते ही लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी.
सीएम का काफिला राेक दिया गया. शहीद वेदी का मुख्य गेट बंद कर दिया गया. इस कारण से सीएम को शहीद वेदी के गेट के बाहर खड़ा रहना पड़ा था. श्रद्धांजलि अर्पित कर वापस लौटने के क्रम में भी डेमका और उनके सहयोगियों ने मुख्यमंत्री का जम कर विरोध किया था. सीएम को काला झंडा भी दिखाया गया था.