111 नगाड़ों की आवाज के साथ शुरू हुआ आदिवासियों का महाकुंभ संवाद

देश-विदेशों के 1500 डेलीगेट और 40 विभिन्न जनजाति लोग ले रहे हैं हिस्सा जमशेदपुर : झारखंड के स्थापना दिवस के मौके पर बिष्टुपुर गोपाल मैदान में 111 नगाड़ों की आवाज से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो उठा. इस तरह आगाज हुआ आदिवासियों के महाकुंभ संवाद-2017 का. आदिवासी परंपरा के साथ संवाद-2017 की शुुरुआत जावा फूल से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2017 7:43 AM
देश-विदेशों के 1500 डेलीगेट और 40 विभिन्न जनजाति लोग ले रहे हैं हिस्सा
जमशेदपुर : झारखंड के स्थापना दिवस के मौके पर बिष्टुपुर गोपाल मैदान में 111 नगाड़ों की आवाज से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो उठा. इस तरह आगाज हुआ आदिवासियों के महाकुंभ संवाद-2017 का. आदिवासी परंपरा के साथ संवाद-2017 की शुुरुआत जावा फूल से की गयी. पद्मश्री तुलसी मुंडा ने इसका आगाज किया. बिरसायत लोगों द्वारा बिरसा मुंडा को श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया.
ऑस्ट्रेलिया के जॉन कोरोवा ने आदिवासियों के पारंपरिक वाद्य यंत्र को बजाया. पहली बार संवाद को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप दिया गया है. इसमें देश-विदेश के करीब 1500 डेलीगेट और 40 विभिन्न जनजातीय लोग शामिल हो रहे हैं.
उदघाटन समारोह में सेबी के पूर्व चेयरमैन दामोदरन, टाटा स्टील के प्रेसिडेंट आनंद सेन, वीपी सुनील भाष्करन, वीपी बीके दास, कलिंगानगर के वीपी राजीव कुमार, टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, मजदूर नेता राकेश्वर पांडेय समेत अन्य लोग मौजूद थे. पहले दिन कलर्स ऑफ झारखंड के रंगारंग आयोजन के साथ असुर नृत्य प्रस्तुत किया गया. संवाद में आस्ट्रेलिया, केन्या, जिंबाब्वे, कनाडा और लाओस के आदिवासी समुदाय के लोग भी आये हैं. 19 नवंबर चलने वाले संवाद में समूह चर्चा, सांस्कृतिक व हस्तशिल्प प्रदर्शनी, फिल्म तथा अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से विचारों का आदान-प्रदान होगा.

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