सुखदेव राम का दूसरे दिन हुआ पोस्टमार्टम ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर आमने-सामने

जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल अस्पताल में हाइड्रोसील का ऑपरेशन कराने पहुंचे मानगो निवासी सुखदेव राम (57) के मामले में विवाद बढ़ता जा रहा है. सर्जरी करने वाले चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर परिवार वालों ने बस्तीवासियों के साथ शुक्रवार को उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया. उपायुक्त ने मामले को गंभीरता से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2017 5:20 AM

जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल अस्पताल में हाइड्रोसील का ऑपरेशन कराने पहुंचे मानगो निवासी सुखदेव राम (57) के मामले में विवाद बढ़ता जा रहा है. सर्जरी करने वाले चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर परिवार वालों ने बस्तीवासियों के साथ शुक्रवार को उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया. उपायुक्त ने मामले को गंभीरता से लेते हुए शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड की उपस्थिति में कराने का आदेश दिया.

उपायुक्त अमित कुमार के आदेश पर डॉक्टरों के बोर्ड ने सूर्यास्त के बाद शव का पोस्टमार्टम किया. इसकी वीडियो रिकाॅर्डिंग की गयी. परिवार के लोगों ने उपायुक्त से मिल कर शव का पोस्टमार्टम दंडाधिकारी की मौजूदगी में कराने की मांग की थी. ऐसे में डीसी ने दंडाधिकारी को नियुक्त कर दी. दंडाधिकारी के नहीं पहुंचने पर शाम पर शव का पोस्टमार्टम शुरू नहीं हो सका. इसकी जानकारी फिर उपायुक्त को दी गयी. उपायुक्त ने डॉ ललन चौधरी के नेतृत्व में तीन डॉक्टरों की देखरेख में सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम करने का आदेश दिया. उपायुक्त के आदेश पर शाम में शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड द्वारा किया गया.

इस बीच पीड़ित परिवार ने ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर साकची पुलिस के समक्ष शिकायत की. इसमें कहा गया कि लापरवाही के कारण मरीज की मौत हुई है. पीड़ित परिवार की तरफ कहा गया सर्जरी करने वाले चिकित्सक डॉ. एमके सिन्हा ने जूनियर चिकित्सक डॉ. लक्ष्मण हांदसा से हाईड्रोसील बताकर गत ग्यारह नवंबर को हर्निया का ऑपरेशन करा दिया. परिवार के लोग लगातार इलाज का आग्रह करते रहे लेकिन मरीज की बिगड़ती हालत को सामान्य बताते हुए समय रहते समुचित इलाज नहीं किया गया. गुरुवार की शाम चार बजे मरीज की मौत हो गई.

दूसरे दिन भी एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहे डॉक्टर
घटना के दूसरे दिन शुक्रवार को एक बार फिर डॉ. एमके सिन्हा ने दावा किया कि उन्होंने यह ऑपरेशन नहीं किया. ऑपरेशन उनकी यूनिट में काम करने वाले असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. लक्ष्मण हांसदा ने किया. ऑपरेशन के दिन वह अवकाश पर थे. वहीं जूनियर डॉक्टर डॉ. लक्ष्मण हांसदा कर रहे हैं कि ऑपरेशन डॉ. एमके सिन्हा की मौजूदगी में किया गया. उन्होंने ही इसकी पूरी सर्जरी की. इस बीच इस पूरे मामले में अस्पताल अधीक्षक डॉ. बी भूषण ने फिर दोहराया कि मरीज की मौत में किसी चिकित्सक ने लापरवाही नहीं की है. मरीज के परिजनों ने गुरुवार को दोबारा ऑपरेशन की अनुमति नहीं दी. इस वजह से मरीज की मौत हुई है. पूरे मामले में अब तक अलग-अलग आरोप-प्रत्यारोप के बीच यह साफ नहीं हाे सका है कि सुखदेव राम की ऑपरेशन किसने की है.

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