नगदी फसल समेत अन्य योजनाअों के क्रियान्वयन पर सहमति, ट्राइबल विद्याथियों को प्रशासन करायेगा कोचिंग

जमशेदपुर: उपायुक्त अमित कुमार की अध्यक्षता में जिले के ट्राइबल के लिए केंद्रीय सहायता पर चलायी जाने वाली योजनाअों (एससीए टीएसपी) की समीक्षा हुई. बैठक में कई योजनायें तकनीकी विभागों से तथा जो योजनायें तकनीकी विभाग नहीं करेंगे, वह एनजीअो से कराने पर सहमति बनी. बैठक में आइटीडीए के परियोजना निदेशक वी माहेश्वरी, जिला शिक्षा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2017 9:32 AM
जमशेदपुर: उपायुक्त अमित कुमार की अध्यक्षता में जिले के ट्राइबल के लिए केंद्रीय सहायता पर चलायी जाने वाली योजनाअों (एससीए टीएसपी) की समीक्षा हुई. बैठक में कई योजनायें तकनीकी विभागों से तथा जो योजनायें तकनीकी विभाग नहीं करेंगे, वह एनजीअो से कराने पर सहमति बनी. बैठक में आइटीडीए के परियोजना निदेशक वी माहेश्वरी, जिला शिक्षा पदाधिकारी आरकेपी सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी कालीपद महतो, जिला मत्स्य एवं पशुपालन पदाधिकारी मौजूद थे.
जिले के ट्राइबलों के कल्याण के लिए योजना चलाने के लिए केंद्र सरकार ने तीन करोड़ रुपये का आवंटन दिया था तथा योजनाअों को पीआइसी की बैठक में गत वर्ष मंजूरी दी गयी थी, लेकिन कई तकनीकी विभागों ने यह काम करने में असहमति व्यक्त की थी, जिसके कारण योजना लगभग डेढ़ साल से लंबित थी.
बैठक में योजनाअों को चालू करने पर सहमति बनी. धान पर निर्भर लगभग तीन हजार किसानों को नगदी फसल (कैश क्रॉप डेवलपमेंट) योजना के तहत चयन कर सहायता प्रदान करने, अक्सर ट्राइबल छात्र-छात्राअों का बेहतर कोचिंग के अभाव में मैट्रिक में गणित, इंगलिश अौर साइंस का रिजल्ट खराब होता है, जिसे देखते हुए बेहतर शिक्षक से कोचिंग दिलाने का निर्णय लिया गया. शिक्षा विभाग द्वारा इस पर असमर्थता जतायी गयी, जिस पर किसी एनजीअो या अौर एजेंसी से यह कराने का निर्णय लिया गया. साथ ही नर्सिंग ट्रेनिंग, एएनएम ट्रेनिंग दिलाने का भी निर्णय लिया गया.
धान के बाद ट्राइबल किसान को दूसरे फसल की सालों भर खेती कराने के लिए आकर्षित करने के लिए सिंचाई की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया.

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