Loading election data...

एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पीजी की पढ़ाई, कोल्हान विवि की हाई लेवल टीम ने एमजीएम मेडिकल कॉलेज का किया दौरा

जमशेदपुर : एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पीजी की पढ़ाई शुरू हो सकेगी. इसके लिए कोल्हान विवि की एक हाइ लेवल टीम ने मंगलवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज का दौरा किया. इस दौरान कॉलेज में पीजी की पढ़ाई की संभावनाअों की तलाश की गयी. इसके बाद तय किया गया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज में फिलहाल, जो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2017 5:10 AM

जमशेदपुर : एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पीजी की पढ़ाई शुरू हो सकेगी. इसके लिए कोल्हान विवि की एक हाइ लेवल टीम ने मंगलवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज का दौरा किया. इस दौरान कॉलेज में पीजी की पढ़ाई की संभावनाअों की तलाश की गयी. इसके बाद तय किया गया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज में फिलहाल,

जो आधारभूत संरचना व शिक्षक-शिक्षिकाअों की संख्या है, वह 11 विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू करने के लिए उपयुक्त है. निरीक्षण के बाद तय हुआ कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज में सत्र 2018-2019 में कुल 57 सीटों पर पीजी की पढ़ाई हो सकेगी. तमाम दस्तावेजों की जांच करने के बाद कॉलेज प्रबंधन की अोर से फाइल को स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा व परिवार कल्याण विभाग के पास एनअोसी के लिए भेजी जायेगी. वहां से एनअोसी मिलने के बाद उसे कोल्हान विवि के पास भेजा जायेगा.
विवि की अोर से एनअोसी मिलने के बाद उसे मेडिकल काउंसिल अॉफ इंडिया के पास भेजा जायेगा. एमसीआइ की टीम की अोर से एनअोसी मिलने के बाद एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पीजी की पढ़ाई शुरू हो जायेगी. गौरतलब है कि पिछले सत्र से ही यानी 2017-2018 सत्र के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज को स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा व परिवार कल्याण विभाग ने 53 सीटों के लिए एनअोसी दे दी थी, लेकिन विवि ने एनअोसी की फाइल तीन महीने तक दबा दी.
इस खबर को प्रभात खबर से प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसके बाद विभाग के संयुक्त सचिव ने विवि के साथ ही मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल से पूछताछ व पूरे मामले की जांच की. इससे संबंधित एक रिपोर्ट भी केंद्र सरकार को भेजा गया. केंद्र सरकार की अोर से देश में डॉक्टरों की संख्या को बढ़ाने की उद्देश्य की पूर्ति के लिए एक बार नये सिरे से एनअोसी की प्रक्रिया पूरी करने का आदेश दिया है. इसी आलोक में उक्त निरीक्षण किया गया. इस दौरान कॉलेज में पीएचडी करने के लिए भी आवश्यक मापदंडों की पड़ताल की गयी.
इस दौरान कोल्हान विवि के प्रोवीसी डॉ रंजीत प्रसाद सिंह, साइंस के डीन डॉ केसी डे, प्रिंसिपल डॉ एसी अखौरी, रिम्स के प्रतिनिधि डॉ पंकज बोदरा समेत कई अन्य उपस्थित थे. इस टीम ने अवध डेंटल कॉलेज व टीएमएच के अंदर चलने वाले टाटा नर्सिंग कॉलेज का भी दौरा किया. यहां सभी व्यवस्थाएं अपडेट मिली. अवध डेंटल कॉलेज में बने रिसर्च लैब पर भी संतुष्टि जतायी गयी.
53 की जगह पर अब 57 सीटों पर होगी पीजी : पिछले सत्र के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज की अोर से 10 विषयों में कुल 53 सीटों पर पीजी की पढ़ाई शुरू करना था, लेकिन अब इसमें इजाफा किया जा रहा है. एनेस्थिसीया में भी पीजी की शुरुआत होगी. इसके लिए चार सीट होगी. हालांकि इसके लिए निर्णय लिया गया कि चार सीटों के लिए अलग से स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा व परिवार कल्याण विभाग के पास एक पत्र लिखा जायेगा, जिसमें मानवीय भूल से उक्त चार सीट छूट जाने की जानकारी दी जायेगी.
झारखंड का पहला विवि जहां पीजी की होगी पढ़ाई : कोल्हान विवि के प्रोवीसी ने कहा कि एमजीएम में पीजी की पढ़ाई शुरू हो इस दिशा में विवि प्रशासन कृत संकल्पित है. उन्होंने कहा कि इसी सत्र में इसकी पढ़ाई शुरू होनी चाहिए थे, लेकिन तमाम पूर्व की बातों को भूलते हुए नये सिरे से पीजी की पढ़ाई शुरू करवाने का प्रयास किया जा रहा है. अगर ऐसा हो जाता है तो केयू झारखंड का पहला विवि होगा, जहां मेडिकल में पीजी की पढ़ाई होगी.

Next Article

Exit mobile version