आयुक्त ने खुलवाया शौचालय का ताला, जाते ही लगाया

जमशेदपुर : कोल्हान आयुक्त ब्रजमोहन कुमार ने शुक्रवार की रात एमजीएम अस्पताल का अौचक निरीक्षण किया. इस दौरान वे इमर्जेंसी में बने पब्लिक शौचालयों में ताला लगा देख भड़क गये. साथ ही निरीक्षण के दौरान 40 मिनट तक इमर्जेंसी के डॉक्टर रूम, बरामदा व कॉरिडोर इलाजरत डेढ़ दर्जन रोगियों की स्थिति को देखा. साथ ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2017 5:49 AM

जमशेदपुर : कोल्हान आयुक्त ब्रजमोहन कुमार ने शुक्रवार की रात एमजीएम अस्पताल का अौचक निरीक्षण किया. इस दौरान वे इमर्जेंसी में बने पब्लिक शौचालयों में ताला लगा देख भड़क गये. साथ ही निरीक्षण के दौरान 40 मिनट तक इमर्जेंसी के डॉक्टर रूम, बरामदा व कॉरिडोर इलाजरत डेढ़ दर्जन रोगियों की स्थिति को देखा. साथ ही गंदगी, बदबू अौर अव्यवस्था को देख अस्पताल अधीक्षक डॉ बी भूषण को फटकार लगाते हुए अस्पताल को अप-टू-डेट करने का आदेश दिया. इससे पूर्व आयुक्त, एडीएम सुबोध कुमार, धालभूम एसडीओ माधवी मिश्रा जैसे ही अस्पताल के इमर्जेंसी वार्ड में पहुंचे तभी व्हील चेयर पर एक मरीज को शौचालय ले जाया जा रहा था,

जिसे देखने के बाद आयुक्त ने पूछा की शौचालय कहां है, इस दौरान जब वे शौचालय के पास पहुंचे तो वहां ताला लटका मिला. साथ ही मरीजों जिस शौचालय का उपयोग करते हैं उसमें गंदगी और बदबू आ रही थी. इसके बाद आयुक्त ने आयुक्त ने डॉक्टर के शौचालय को देखा, तब उसे रोगियों के लिए इस्तेमाल करने देने अौर ताला लगा शौचालय को तुरंत खुलवाने का आदेश दिया. हालांकि आयुक्त के निरीक्षण समाप्त होने के बाद भी शौचालय का ताला नहीं खुला था.

इमर्जेंसी को पीजी के नये बिल्डिंग शिफ्ट व निगेटिव डॉक्टर को हटाने आदेश : आयुक्त ने निरीक्षण के दौरान अस्पताल अधीक्षक को इमर्जेंसी को कॉरिडोर के बजाय पीजी के नये बिल्डिंग में तुरंत शिफ्ट करने का आदेश दिया. हालांकि अधीक्षक ने तकनीकी दिक्कत का हवाला देते हुए शिफ्टिंग की परेशानी गिनायी. इस पर आयुक्त ने बैठक कर नये बिल्डिंग का इस्तेमाल करने अौर इमर्जेंसी चिकित्सा सेवा को आम लोगों को बेहतर तरीके से मुहैया कराने का स्पष्ट आदेश दिया. वहीं शिफ्टिंग के एक सवाल के जवाब दौरान आयुक्त ने एचओसी ओपी श्रीवास्तव की अोर इशारा करते हुए कहा कि निगेटिव डॉक्टर को अस्पताल से हटाने को कहा. वहीं दूसरी ओर बर्न वार्ड में मारी गयी पुतली पात्रो के मामले में एडीएम और एसडीओ को जांच करने का निर्देश आयुक्त ने दिया है.

Next Article

Exit mobile version