हाथियों का उत्पात, 16 घरों को तोड़ा
गम्हरिया. सोमवार की रात पिंड्राबेड़ा पहुंचे 32 हाथियों के झुंड ने खूब उत्पात मचाया. करीब छह घंटे तक रहे हाथियों ने मुखिया सुकमति मार्डी समेत 16 ग्रामीणों के घर तोड़ दिये और लाखों रुपये के अनाज खा गये. घटना की सूचना मिलते ही विधायक चंपई सोरेन मंगलवार तड़के पिंड्राबेड़ा पहुंचे. उन्होंने विभाग की कार्यशैली पर […]
गम्हरिया. सोमवार की रात पिंड्राबेड़ा पहुंचे 32 हाथियों के झुंड ने खूब उत्पात मचाया. करीब छह घंटे तक रहे हाथियों ने मुखिया सुकमति मार्डी समेत 16 ग्रामीणों के घर तोड़ दिये और लाखों रुपये के अनाज खा गये. घटना की सूचना मिलते ही विधायक चंपई सोरेन मंगलवार तड़के पिंड्राबेड़ा पहुंचे. उन्होंने विभाग की कार्यशैली पर नाराजगी जताते हुए पीड़ित परिवारों को उचित क्षतिपूर्ति देने की मांग की.
राहत दिलाने पहुंचा दल : हाथियों से पीड़ित ग्रामीणों को राहत दिलाने के लिए 30 की संख्या में विशेषज्ञों का दल मंगलवार को गांव में पहुंचा.
उनके द्वारा साथियों को भागाने की प्रक्रिया शुरू की गयी. डीएफओ के निर्देश पर वन विभाग की टीम रेंजर सुरेश प्रसाद के नेतृत्व में गांव पहुंचकर पीड़ित ग्रामीणों से मिले. साथ ही उन्हें क्षतिपूर्ति मुहैया कराने का आश्वासन दिया. इस मौके पर वनपाल दिलीप मिश्रा, मुखिया सुकमति मार्डी, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष अमृत महतो, उदय मार्डी, हेमंत मार्डी, गोरखा हेंब्रम, अन्य ग्रामीण व विभाग के लोग उपस्थित थे.
तीन घंटे तक मलबे मे दबे रहे परिवार के तीन लोग
आधी रात में हाथियों के हमले से गुरूवारी हेंब्रम अपनी 14 वर्षीय पुत्री मालती हेंब्रम व सात वर्षीय पुत्र सावन हेंब्रम के साथ तीन घंटे तक दीवार के मलबे में दबी रही. सभी ने खटिये के नीचे छुप गये थे, लेकिन हाथियों द्वारा गिरायी गयी दीवार उनकी खटिया पर आ गिरी. सुबह तीन बजे उनकी चीख-पुकार सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने तीनों को सुरक्षित बाहर निकाला.