रिफ्यूजी कॉलोनी के 350 व इस्ट बंगाल के 150 परिवारों को तोहफा, रिफ्युजियों की 70 साल बाद सरकार ने ली सुध

जमशेदपुर: 70 सालों के बाद रिफ्यूजियों को रहने के लिए जमीन देने पर मंगलवार को कैबिनेट में मुहर लग गयी. सरकार द्वारा इसकी घोषणा करते ही मंगलवार शाम से जमशेदपुर साकची स्थित पंजाबी-सिंधी रिफ्यूजी कॉलोनी और इस्ट बंगाल कॉलोनी में खुशी का माहौल है. यहां रहने वाले बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं एक दूसरे को बधाई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2017 10:48 AM
जमशेदपुर: 70 सालों के बाद रिफ्यूजियों को रहने के लिए जमीन देने पर मंगलवार को कैबिनेट में मुहर लग गयी. सरकार द्वारा इसकी घोषणा करते ही मंगलवार शाम से जमशेदपुर साकची स्थित पंजाबी-सिंधी रिफ्यूजी कॉलोनी और इस्ट बंगाल कॉलोनी में खुशी का माहौल है. यहां रहने वाले बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं एक दूसरे को बधाई दे रहे हैं. ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन ने सरकार के इस फैसले कर स्वागत किया. आदेश आने के बाद लाेगों ने मंगलवार की देर शाम लड्डू बांटे.
जमीन की बंदोबस्ती विधेयक स्वागत योग्य : दिनेश कुमार
रिफ्यूजी लोगों को जमीन आवंटित करने का फैसला करके सरकार ने वर्षों पुरानी मांग पर अमल किया है. शरणार्थियों को इसका विशेष लाभ मिलेगा, हम लोग इसका स्वागत करते हैं
दिनेश कुमार, भाजपा, महानगर अध्यक्ष.
सरकार जो कहती है, वह करती है: पवन अग्रवाल
रिफ्यूजी कॉलोनी के सैकड़ों लोगों को सरकार ने जमीन आवंटित करने का विधेयक पारित किया है. सरकार जो कहती है, वह करती है, सरकार के कथनी-करनी में फर्क नहीं है, ये जमशेदपुर के लोग समझ चुके हैं.
पवन अग्रवाल, विधायक प्रतिनिधिे
सरकार ने अपना वादा पूरा किया : खेमलाल चौधरी
देश की आजादी के बाद वर्षों से कई सरकार के पास यहां के लोग दौड़ रहे थे, लेकिन रघुवर सरकार ने वर्षों पुरानी मांग पर अमल किया है. जल्द ही 86 बस्ती पर भी सरकार को फैसला लेना होगा.
खेमलाल चौधरी, अध्यक्ष बस्ती विकास समिति

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