जमशेदपुर: नक्सलियों के झारखंड एवं बिहार बंद के आह्वान का असर बुधवार को बसों के परिचालन पर पड़ा. सामान्य दिनों की तुलना में बुधवार को यात्रियों की संख्या कम होने के कारण कई बसों का परिचालन रद्द करना पड़ा. जो बसें रवाना हुई उनमें भी यात्रियों की संख्या काफी कम थी. इससे स्थानीय व लंबी दूरी तक चलने वाली बसों के मालिकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है.
टाटा से रांची, टाटा-खूंटी, चक्रधरपुर, झींकपानी, घाटशिला-बहरागोड़ा, मुसाबनी मार्गों पर हर दिन लगभग 315 लोकल बसें चलती है. बंद के कारण यह संख्या 250 के लगभग रही. जो बसें गयी उनमें मात्र 15-20 यात्री ही सवार थे. जमशेदपुर से अोडिशा, बंगाल अौर बिहार जाने वाली लंबी दूरी की बसों पर भी नक्सली बंद का असर दिखा. हर दिन 130-135 बसें शहर से रवाना होती है, जबकि बुधवार को 90-100 बसें ही रवाना की गयी. बसों में मात्र 20-25 यात्री ही थे.
हाइवे पर थी कड़ी सुरक्षा, मालवाहक वाहन चले
नक्सली बंद को लेकर एनएच-33 पर पुलिस ने कड़ी सुरक्षा रखी थी. जगह-जगह सुरक्षा बल की तैनाती के साथ पुलिस गश्त भी लगा रही थी. पुलिस की सक्रियता के बीच मालवाहक वाहनों का परिचालन हुआ. बंगाल की ओर से भी वाहन आते-जाते रहे. हालांकि रांची की अोर से कम गाड़ियां आयी. कई चालकों ने सुरक्षा को ध्यान रखकर गाड़ियों को पेट्रोल पंप, ट्रांसपोर्ट नगर अथवा एनएच किनारे खड़ा कर दिया था.