आइटीसी का डाटा मिस मैच, वाणिज्य विभाग को दिखाना होगा डिटेल, 1200 व्यापारियों को नाेटिस जारी
जमशेदपुर : वाणिज्य कर विभाग ने काेल्हान के पांचाें सर्किलाें के 1200 व्यापारियाें का आइटीसी का डाटा मिस मैच हाेने के बाद डिमांड नाेटिस जारी किया है. व्यापारियाें काे अपने वित्तीय काराेबार का डिटेल साैंपने काे कहा गया है. नाेटिस काे नजरअंदाज करने पर डिमांड के अलावा जुर्माना भी देना पड़ेगा. सिंहभूम चेंबर अॉफ कॉमर्स […]
जमशेदपुर : वाणिज्य कर विभाग ने काेल्हान के पांचाें सर्किलाें के 1200 व्यापारियाें का आइटीसी का डाटा मिस मैच हाेने के बाद डिमांड नाेटिस जारी किया है. व्यापारियाें काे अपने वित्तीय काराेबार का डिटेल साैंपने काे कहा गया है. नाेटिस काे नजरअंदाज करने पर डिमांड के अलावा जुर्माना भी देना पड़ेगा.
सिंहभूम चेंबर अॉफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष मानव केडिया ने बताया कि इस मामले में आयुक्त से अपील की गयी है कि वे दाखिल किये गये रिटर्न काे दुरुस्त करने का माैका दें, एनेक्सर में सुधार के लिए आदेश जारी करें. वाणिज्य कर विभाग के संयुक्त आयुक्त जेपी टाेप्पाे ने कहा कि व्यापारियाें काे नाेटिस भेजा गया है. उन्हें अपने सर्किलाें में आकर खुद इसमें सुधार करना हाेगा.
रांची मुख्यालय से जमशेदपुर सर्किल काे जांच के बाद उक्त 1200 व्यापारियाें की लिस्ट भेजी गयी है. जिन्हाेंने आइटीसी के लिए क्लेम किया है, लेकिन उनका डाटा खरीद-बिक्री से मैच नहीं कर कर रहा है. यह आंकड़ा 2014-15, 15-16, 16-17 वित्तीय वर्ष से जुड़ा हुअा है. आयुक्त ने चेंबर काे आश्वासन दिया था कि 2014-15 का जे वैट 404 फाॅर्म दिखानेवालाें काे नाेटिस वापस ले लिया जायेगा, लेकिन 15-16 आैर 16-17 वित्तीय वर्ष का रिटर्न दाखिल करनेवालाें काे उसे दुरुस्त करने करना हाेगा. मानव केडिया ने बताया कि जिन व्यापारियाें ने 15-16 आैर 16-17 का रिटर्न दाखिल कर दिया है, वे चाहकर भी उसे तब तक सुधार पायेंगे, जब तक विभाग उन्हें इजाजत नहीं देगा. वार्षिक विवरणी फाइल करने के बाद उसे रिवाइज नहीं किया जा सकता है. आयुक्त सिर्फ एनेक्चर सुधार का माैका दें, व्यापारी किसी भी सूरत में सेल-परचेज के साथ काेई छेड़छाड़ नहीं करेंगे.