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कोल्हान विवि छात्र संघ चुनाव: विधायक पुत्रों के बीच वर्चस्व की लड़ाई

जमशेदपुर : कोल्हान विवि छात्र संघ चुनाव के रिजल्ट के बाद झारखंड छात्र मोर्चा की राजनीति गरमा गयी है. इसकी तपिश का असर पार्टी की मुख्य विंग यानी झारखंड मुक्ति मोर्चा तक पहुंचने लगी है. सोमवार को झारखंड छात्र मोर्चा के अलग-अलग गुटों की बैठकें होती रही. बैठकों में केंद्र बिंदु में पूर्व मंत्री चंपई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2017 9:22 AM

जमशेदपुर : कोल्हान विवि छात्र संघ चुनाव के रिजल्ट के बाद झारखंड छात्र मोर्चा की राजनीति गरमा गयी है. इसकी तपिश का असर पार्टी की मुख्य विंग यानी झारखंड मुक्ति मोर्चा तक पहुंचने लगी है. सोमवार को झारखंड छात्र मोर्चा के अलग-अलग गुटों की बैठकें होती रही. बैठकों में केंद्र बिंदु में पूर्व मंत्री चंपई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन व पूर्व मंत्री जोबा माझी के बेटे उदय माझी छाये रहे. दोनों के समर्थक एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करते रहे. इसका कुछ असर हो या न हो, लेकिन यह साफ हो गया कि जेसीएम में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है.

बाबूलाल ने जेसीएम को एकजुट रखा : अनिल सोरेन
सोमवार को एलबीएसएम कॉलेज के हॉस्टल में बैठक हुई. इसमें जेसीएम की अोर से समर्थित प्रत्याशी अनिल सोरेन ने कहा कि बाबूलाल सोरेन ने चुनाव में पूरी पार्टी को एकजुट रखा. उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशियों से भी बातचीत कर सारा कुछ तय कर लिया था, लेकिन इसबीच उदय माझी पार्टी लाइन से हट कर एबीवीपी के समर्थन से अध्यक्ष बन गये. उदय माझी ने दगाबाजी की है.
उदय ने निभायी चाणक्य की भूमिका : सुनील गुप्ता
सिदगोड़ा में सुनील गुप्ता एंड टीम ने भी बैठक की. इसमें बताया गया कि उन्हें झारखंड युवा माेर्चा की अोर से शो-कॉज नोटिस किया गया है, जिसमें पूछा गया है कि आखिर चुनाव के वक्त उन्होंने फेसबुक व अन्य सोशल साइट पर संगठन के विरुद्ध क्यों प्रचार किया था. इस पर तय किया गया कि मंगलवार को उक्त नोटिस का जवाब दे दिया जायेगा. इसके बाद पार्टी आलाकमान आगे की रूप-रेखा तय करेगी. इधर, सुनील गुप्ता ने कहा कि कोल्हान विवि के चुनाव में उदय माझी ने चाणक्य की भूमिका निभायी. यूनिवर्सिटी रिप्रेजेंटेटिव की संख्या न के बराबर होने के बाद भी अध्यक्ष पद पर जेसीएम का कब्जा हो गया. इससे संगठन को ही फायदा हुआ है.
बाबूलाल बड़े नेता हैं, केंद्रीय नेतृत्व व कोल्हान नेतृत्व को भरोसे में लेना चाहिए था : अर्जुन
झारखंड छात्र मोर्चा के केंद्रीय सदस्य सह जिला पार्षद सदस्य अर्जुन पूर्ति ने भी जेसीएम में मौजूदा स्थिति को लेकर बहरागोड़ा में बैठक की, जिसमें उन्होंने हार के कारणों की समीक्षा की. इस दौरान अरुण मुर्मू की भूमिका पर भी चर्चा हुई. अरुण मुर्मू द्वारा पूरे चुनाव में बेहतर कार्य करने की बात कही गयी. इसके बाद बाबूलाल सोरेन के बारे में संगठन में उठे विवाद पर स्पष्ट किया कि बाबूलाल सोरेन संगठन के बड़े नेता हैं, लेकिन चुनाव में जिस प्रकार से उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व व कोल्हान नेतृत्व को बिना बताये नॉमिनेशन करवा दिया यह गलत किया. इसका पूरे कार्यकर्ताओं के मनोबल पर बुरा असर पड़ा.
खून-पसीने से सींच कर पार्टी बनायी है, किसी का इस्तीफा नहीं होगा स्वीकार : अमित महतो
झारखंड छात्र मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष अमित महतो ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कहा कि कोल्हान में छात्र संघ चुनाव के बाद उत्पन्न हुई स्थिति की जानकारी मिली है. कई लोगों ने इस्तीफा दे दिया है, लेकिन फिलहाल किसी का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि सोमवार को वे जमशेदपुर आने वाले थे, लेकिन किसी कारण से नहीं आ पाये हैं, लेकिन इसी सप्ताह झारखंड छात्र माेर्चा की उच्च स्तरीय बैठक बुलायी जायेगी, जिसमें सभी लोगों को बुलाया जायेगा. इसके बाद जो भी नाराजगी है उसे दूर कर एक धागे में सभी को पिरोया जायेगा. संगठन में टूट नहीं होने दूंगा, क्योंकि इसे खून-पसीने से सींच कर तैयार किया गया है. थोड़ी बहुत नाराजगी की वजह से कोई पार्टी से बाहर नहीं जायेगा.

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