कचरा फेंकने वाली जगहों पर बनेंगे पार्क

सात स्थलों का होगा सौंदर्यीकरण आदित्यपुर : शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने की दिशा में कई बदलाव भी किये जा रहे हैं. आदित्यपुर नगर निगम सात ऐसे स्थलों (जीवीपी) का सौंदर्यीकरण करेगा, जहां कचरा फेंके जाते थे. अब इन स्थानों पर आवश्यकतानुसार छोटे-मोटे पार्क या पार्किंग स्थल बनाये जायेंगे. ऐसे स्थल चूना भट्ठा, एसएन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2017 6:58 AM

सात स्थलों का होगा सौंदर्यीकरण

आदित्यपुर : शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने की दिशा में कई बदलाव भी किये जा रहे हैं. आदित्यपुर नगर निगम सात ऐसे स्थलों (जीवीपी) का सौंदर्यीकरण करेगा, जहां कचरा फेंके जाते थे. अब इन स्थानों पर आवश्यकतानुसार छोटे-मोटे पार्क या पार्किंग स्थल बनाये जायेंगे. ऐसे स्थल चूना भट्ठा, एसएन हाई स्कूल, घुनियाबस्ती, कल्पनापुरी, आकाशवाणी व भालोटिया रोड आदि के पास चिह्नित किये गये हैं. उपायुक्त छवि रंजन ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 की तैयारी को लेकर की गयी समीक्षा बैठक में उक्त सातों जीवीपी को पांच दिनों के अंदर विकसित करने का निर्देश दिया है.
नगर निगम के इओ दीपक सहाय ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण की तैयारी के लिए राज्य की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने राज्य के सभी उपायुक्त को निर्देश दिया है कि नगर निकाय में स्वच्छता को लेकर कोई समस्या है, तो उसे दूर कर अंक प्राप्त करवाना है. उपायुक्त को अवगत कराया गया कि सर्वेक्षण के 1600 अंकों में से आदित्यपुर को 1560 अंक मिलना तय है. वैसे कुल अंक 1800 का होता है, लेकिन 200 अंक प्लांट आदि के लिए निर्धारित है. यहां इनका अभाव है. 1200 अंक का आकलन पर्यवेक्षक करेंगे.
जीवीपी की निगरानी करेगा नगर निगम : गार्बेज वर्नेबल प्वाइंट (जीवीपी) पर अतिक्रमण न हो इसके लिए नगर निगम उसकी निगरानी करेगा. यहां मिट्टी डलवाकर समतलीकरण करवाने के बाद सीमेंट के बेंच व फूल-पत्ती के पौधे लगाकर स्थल का सौंदर्यीकरण किया जायेगा. नगर निगम के सिटी मैनेजर जीतेंद्र कुमार ने बताया कि जिस जीवीपी को पार्किंग स्थल बनाया जायेगा, वहां दीवार पर पेंटिंग्स करवायी जायेगी. साथ ही पास में डस्टबिन भी रखे जायेंगे. इससे स्वच्छता बनी रहेगी और स्थल का सही उपयोग हो पायेगा.
वाहनों के जीपीएस दुरुस्त करने का निर्देश
उपायुक्त ने नगर निगम को ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में लगे सभी वाहनों में जीपीएस को दुरूस्त करने का निर्देश दिया. साथ ही इन वाहनों के चालकों में से सर्वश्रेष्ठ चालक को इंसेन्टिव देने का भी निर्देश दिया.
एसएचजी के हवाले होंगे शौचालय
शहर में बने सार्वजनिक सामुदायिक शौचालयों के संचालन व रख-रखाव के लिए चार बार निविदा निकाली जा चुकी है, लेकिन कोई भी निविदाकर्ता ने भाग नहीं लिया है. इस पर उपायुक्त ने सभी शौचालयों को स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) को एकरारनामा कर सुपुर्द करने का निर्देश दिया है.

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