करोड़ों का पन्ना व मैंगनीज निकाल ले गये माफिया
पूर्वी सिंहभूम में पांच साल से खनिज का हो रहा अवैध खनन, नीलामी पर सरकार अब तक नहीं ले सकी निर्णय जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले में खनिज उत्खनन को लेकर सरकार की ढुलमुल नीति का पूरा फायदा वन एवं खनन विभाग की चुप्पी के बीच खनन माफियाओं ने उठाया है. बीते पांच साल में […]
पूर्वी सिंहभूम में पांच साल से खनिज का हो रहा अवैध खनन, नीलामी पर सरकार अब तक नहीं ले सकी निर्णय
जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले में खनिज उत्खनन को लेकर सरकार की ढुलमुल नीति का पूरा फायदा वन एवं खनन विभाग की चुप्पी के बीच खनन माफियाओं ने उठाया है. बीते पांच साल में माफिया खनिज का अवैध खनन कर करोड़ों का पन्ना व मैंगनीज निकाल ले गये. कीमती खनिज का उत्खनन अब भी जारी है, माफिया मालामाल हो रहे है और सरकार तीन साल यह तय नहीं कर पायी कि पन्ना खदान की नीलामी करनी है अथवा नहीं. तीन साल से यह फाइल केंद्र व राज्य सरकार के बीच लटकी है. नीलामी के लिए अभी दो ब्लाॅक चिह्नित हैं. उनकी नीलामी के बाद दूसरे ब्लाॅकों को चिह्नित कर उनकी नीलामी की जायेगी. इसके लिए सर्वे का काम पूरा हो चुका है.
इसके बाद भारत सरकार के पास मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजा गया है और नीलामी के लिए अब जाकर प्रचार किया गया है. माना जा रहा है कि अक्सर ऑक्शन की प्रक्रिया से खनिज का उत्खनन किया जाता तो वन संपदा का भी नुकसान नहीं होता और सरकार को करोड़ों का राजस्व भी आता.