पीएचडी विवाद में नाम आने पर परीक्षा नियंत्रक ने मांगी अवकाश की अनुमति

परीक्षा नियंत्रक ने लिखा पत्र, पूरे मामले की जांच स्तरीय कमेटी से कराने की रखी मांग जमशेदपुर : पीएचडी के नाम पर बंट रही रेवड़ियों की खबर बाहर आने के बाद शनिवार को चौतरफा हड़कंप मच गया. परीक्षा नियंत्रक डॉ पीके पाणि ने कुलपति, प्रतिकुलपति तथा कुलसचिव को पत्र लिखकर कहा है कि कॉमर्स डिपार्टमेंट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 21, 2018 4:33 AM

परीक्षा नियंत्रक ने लिखा

पत्र, पूरे मामले की जांच स्तरीय कमेटी से कराने की रखी मांग
जमशेदपुर : पीएचडी के नाम पर बंट रही रेवड़ियों की खबर बाहर आने के बाद शनिवार को चौतरफा हड़कंप मच गया. परीक्षा नियंत्रक डॉ पीके पाणि ने कुलपति, प्रतिकुलपति तथा कुलसचिव को पत्र लिखकर कहा है कि कॉमर्स डिपार्टमेंट में तीन छात्रों का रजिस्ट्रेशन खत्म होने से 24 घंटे पहले पीएचडी कोर्स वर्क की परीक्षा कराने के मामले की हाइ लेबल जांच कराई जाये. समाचार पत्रों में छपे कॉमर्स विभागाध्यक्ष के बयान का हवाला देते हुए पत्र में लिखा है कि इस मामले में जो लोग भी दोषी हों,
उनके खिलाफ निलंबन तक की कार्रवाई होनी चाहिये. परीक्षा नियंत्रक ने पत्र में यह भी लिखा है कि संबंधित मामले की जांच पूरी होने तक उनका अवकाश पर जाने की अनुमति दी जाये. जांच कमेटी की रिपोर्ट पेश होने के बाद ही वह फिर अपनी सेवाएं प्रारंभ करेंगे. अगर परीक्षा नियंत्रक डॉ पीके पाणि अवकाश पर चले जाते हैं, तो विवि में आगामी फरवरी माह में प्रस्तावित स्नातक प्रथम वर्ष के पहले सेमेस्टर की परीक्षाएं फंस जायेंगी. करीब 32000 छात्र इस परीक्षा में शामिल होने वाले हैं.
विवि ने गठित की कमेटी
पीएचडी विवाद की जांच के लिए विवि ने शनिवार को आनन-फानन में जांच कमेटी गठित कर दी है. इस मामले को बेहद गोपनीय रखा गया है. संबंधित जांच कमेटी तीनों शोध छात्रों के पीएचडी रजिस्ट्रेशन से लेकर कोर्स वर्क क्लास तथा परीक्षा व प्री सबमिशन वाइवा के मामले की जांच करेगी. इस संबंध में कॉमर्स विभागाध्यक्ष रामप्रवेश प्रसाद से पूछताछ की जायेगी.

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