कोल्हान वििव नियमों को ताक पर रख कंप्यूटर ऑपरेटर से पदाधिकारी तक को करा रहा पीएचडी
मनमानी. बिना क्लास के छात्रों को परीक्षा में बैठाया, कोर्स वर्क के लिए नहीं लिया निर्धारित अवकाश शोध के लिए यूजीसी द्वारा तय किये गये मापदंडों का खुलकर किया जा रहा उल्लंघन जमशेदपुर : कोल्हान विश्वविद्यालय में शोध के नाम पर हाे रही अनियमितता से जुड़ा एक और खुलासा हुआ है. पता चला है कि […]
मनमानी. बिना क्लास के छात्रों को परीक्षा में बैठाया, कोर्स वर्क के लिए नहीं लिया निर्धारित अवकाश
शोध के लिए यूजीसी
द्वारा तय किये गये मापदंडों का खुलकर किया जा रहा उल्लंघन
जमशेदपुर : कोल्हान विश्वविद्यालय में शोध के नाम पर हाे रही अनियमितता से जुड़ा एक और खुलासा हुआ है. पता चला है कि अलग-अलग विभागों में नियम व प्रावधान को ताक पर रखकर कंप्यूटर ऑपरेटर से लेकर विवि के प्रशासनिक पदाधिकारियों तक को पीएचडी करायी जा रही है. विवि का वेतन उठाते हुए संबंधित कर्मचारी और पदाधिकारी पीएचडी की उपाधि की कतार में आसानी से खड़े हो गये हैं.
पीएचडी पंजीकरण से पूर्व कोर्स वर्क के प्रावधानों में नियमावली का उल्लंघन करते हुए बिना क्लास कराये तकरीबन एक दर्जन लोगों को परीक्षा में बैठा लिया गया. इसमें कई विवि के कर्मचारी हैं. संबंधित लोगों ने कोर्स वर्क की तिथि के लिए निर्धारित अवकाश तक नहीं लिया है. पीएचडी के नाम पर विवि में चल रहे गोरखधंधे का खुलासा होने के बाद विश्वविद्यालय के पदाधिकारी जवाब देने से बच रहे हैं. कई पदाधिकारियों के आपसी बयान भी एक दूसरे का खंडन कर रहे हैं.
वहीं संविदा आधारित बीएड शिक्षकों की बहाली से लेकर गेस्ट लेक्चरर की बहाली तक में सगे-संबंधियों की खुलकर मदद की गयी है. मेरिट में आने वाले छात्रों को रोक कर विवि के पदाधिकारियों ने अपने रिश्तेदारों को अलग-अलग कॉलेजों में अलग-अलग पदों पर सेट कराया है.
केस स्टडी : 03
हिंदी विभाग के एक मामले में तो आवश्यक अनुमति की शर्त को पूरा कराये बिना ही एक्सपर्ट आमंत्रित कर शोधार्थी का फाइनल वाइवा कराया गया है. विवि मेें शोध के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की आेर से निर्धारित शर्त का खुला उल्लंघन किया गया है.
केस स्टडी : 01
कोल्हान विश्वविद्यालय का काॅमर्स विभाग ने विवि के एक पदाधिकारी को उपकृत किया है. शुक्रवार को संबंधित विवि के पदाधिकारी ने विभाग की काेर्स वर्क परीक्षा में हिस्सा लिया. संबंधित पदाधिकारी के कोर्स वर्क की कक्षा में भाग लेने के संबंध में विभागाध्यक्ष ने ही स्वीकार कर लिया कि उन्होंने 10 फीसदी से अधिक क्लास नहीं किया है. वहीं विवि के पूर्व कुलपति से लेकर वर्तमान कुलसचिव तक ने बयान दिया कि संबंधित अधिकारी ने कोर्स वर्क की कक्षा के लिए अवकाश नहीं लिया.
केस स्टडी : 02
दर्शनशास्त्र विभाग ने विवि के अधिष्ठाता छात्र कल्याण के कार्यालय में तैनात संविदा आधारित महिला कंप्यूटर ऑपरेटर को परीक्षा दिलायी है. संबंधित कर्मचारी के कोर्स वर्क करने के बारे में पूछे जाने पर डीएसडब्ल्यू ने कहा कि उनके विभाग का कोई भी कर्मचारी उनकी जानकारी में पीएचडी नहीं कर रहा. वहीं दर्शनशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष ने स्वीकार किया कि संबंधित कंप्यूटर ऑपरेटर विवि में नौकरी के साथ-साथ पढ़ाई कर रही है. इन उम्मीदवार ने भी कोर्स वर्क की कक्षा के लिए लिखित अवकाश नहीं लिया है.
काॅमर्स विभाग में जिस विवि के पदाधिकारी की कोर्स वर्क की परीक्षा ली गयी. उन्होंने 10 फीसदी क्लास किया है. इसके लिए उच्चाधिकारियों से अनुमति ली गयी है अथवा नहीं, मुझे जानकारी नहीं है.
रामप्रवेश प्रसाद, विभागाध्यक्ष, काॅमर्स
डीएसडब्ल्यू कार्यालय में पदस्थापित एक कर्मचारी ने दर्शनशास्त्र विभाग के कोर्स वर्क की परीक्षा दी है. इसके लिए संबंधित विभाग से अनुमति लेने की जरूरत नहीं समझी गयी.
एसएन मंडल, विभागाध्यक्ष, दर्शनशास्त्र
मेरे विभाग के किसी कर्मचारी के पीएचडी कोर्स वर्क करने की सूचना मेरे पास नहीं है.
डॉ एके उपाध्याय, डीएसडब्ल्यू, कोल्हान विवि
मेरी जानकारी के अनुसार विवि के कोर्स वर्क की क्लास व परीक्षा देने के लिए किसी पदाधिकारी अथवा कर्मचारी ने अवकाश नहीं लिया है. मुझे इस बारे मेें किसी भी स्तर से कोई जानकारी तक नहीं दी गयी है.
एसएन सिंह, कुलसचिव, कोल्हान विवि