तीन मेडिकल पर छापा, डेढ़ लाख की दवा जब्त
मानगो. ड्रग निरीक्षकों की टीम ने बोला धावा, दोगुनी कीमत पर धड़ल्ले से बेची जा रही थी दवा जमशेदपुर : मानगो के तीन मेडिकल स्टोर में छापा मारकर ड्रग विभाग की टीम ने डेढ़ लाख से अधिक मूल्य की नशीली दवाएं जब्त की है. छापेमारी मानगो पोस्ट ऑफिस रोड स्थित विशाल मेडिकल व सिन्हा मेडिकल […]
मानगो. ड्रग निरीक्षकों की टीम ने बोला धावा, दोगुनी कीमत पर धड़ल्ले से बेची जा रही थी दवा
जमशेदपुर : मानगो के तीन मेडिकल स्टोर में छापा मारकर ड्रग विभाग की टीम ने डेढ़ लाख से अधिक मूल्य की नशीली दवाएं जब्त की है. छापेमारी मानगो पोस्ट ऑफिस रोड स्थित विशाल मेडिकल व सिन्हा मेडिकल एवं न्यू पुरुलिया रोड स्थित विनीत मेडिकल में की गयी. तीनों दवा दुकानों से ट्रोसेक्स, कोडिस्टार, कोडिनेक्स, स्पास्मो प्रॉक्सिवोनप्लस कैप्सूल, वैलियम, अल्प्राजोलम आदि नशीली दवा बरामद की गयी. ड्रग इंस्पेक्टर राम कुमार झा, राजीव एक्का व जया आइद की टीम ने जब्त दवा की खरीद व बिक्री से जुड़े कागजात, लाइसेंस आदि की भी जांच की. छापेमारी बुधवार को दोपहर तीन बजे शुरू हुई जो देर शाम जाकर खत्म हुई.
ड्रग इंस्पेक्टर राम कुमार झा ने बताया कि मानगो में नशीली दवाओं का कारोबार तेजी से फैलने की सूचना और ड्रग कंट्रोलर के निर्देश यह छापेमारी की गयी. इसमें जांच के क्रम में तीनों दुकानों से लाखों रुपये मूल्य की नशीली दवा जब्त की गयी. राम कुमार झा ने बताया कि जांच में यह भी पता चला कि एमआरपी से दोगुना मूल्य पर दुकानदार नशीली दवा बेच रहे थे. दवा के स्टॉक व बिक्री का विधिवत रिकार्ड भी दुकानों में नहीं रखा जा रहा था. उन्होंने कहा कि तीनों दुकानों का लाइसेंस रद्द कर कानूनी कार्रवाई की अनुशंसा विभाग से की जायेगी.
ड्रग विभाग की टीम को देखकर भागे लोग. मेडिकल दुकानों में छापा मारते ही दुकान में नशीली दवा खरीदने आये लोग भागने लगे. ड्रग इंस्पेक्टर राम कुमार ने बताया कि नशीला दवा को लेकर पहले भी ड्रग विभाग ने कार्रवाई की गयी थी. तब यह कारोबार कुछ दिन बंद रहा था जो दो से तीन माह से फिर से फैलने लगा था. उन्होंने बताया कि मानगाे में लगभग 10 मेडिकल दुकानों को चिह्नित किया गया है जहां शीघ्र ही छापेमारी की जायेगी.
दवा के स्टॉक व बिक्री का नहीं रखा जा रहा था रिकार्ड
दवाओं के थोक विक्रेता नहीं दे रहे रिपोर्ट. ड्रग इंस्पेक्टर राम कुमार झा ने बताया कि जिला के थोक दवा विक्रेता नशीली दवा की बिक्री की रिपोर्ट नहीं दे रहे है. थोक विक्रेताओं को हर माह यह रिपोर्ट विभाग को देनी है कि किस मेडिकल स्टोर ने कितनी मात्रा में दवा की खरीद की थी.
मेडिकल दुकान में बिना डॉक्टर की अनुशंसा के नशीली दवा बेचने पर प्रतिबंध है. ऐसी दवा के स्टॉक व बिक्री का पूरा रिकार्ड रखा जाना है. कई दुकानदार नियमों की अनदेखी कर नशीली दवाओं की बिक्री कर रहे है, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी. राम कुमार झा, ड्रग इंस्पेक्टर