चचेरे भाइयों ने अधेड़ को मारकर फंदे से लटकाया
नोवामुंडी की घटना, चार दिन बाद मिला शव मेरलगाड़ा अधेड़ श्रीराम बारजो ने कटवाया था पेड़, रात में चोरी हो गयी लकड़ी पड़ोस के चचेरे भाइयों पर लगाया आरोप, कहा-सुनी के बाद कर दी गयी पिटाई अगली सुबह से गायब हो गया श्रीराम, घर में लटका मिला शव भाइयों के बयान पर हत्या व साक्ष्य […]
नोवामुंडी की घटना, चार दिन बाद मिला शव
मेरलगाड़ा
अधेड़ श्रीराम बारजो ने कटवाया था पेड़, रात में चोरी हो गयी लकड़ी
पड़ोस के चचेरे भाइयों पर लगाया आरोप, कहा-सुनी के बाद कर दी गयी पिटाई
अगली सुबह से गायब हो गया श्रीराम, घर में लटका मिला शव
भाइयों के बयान पर हत्या व साक्ष्य छुपाने का मामला दर्ज
दोनों आरोपी फरार
नोवामुंडी : नीम पेड़ की लकड़ी चोरी करने को लेकर हुए विवाद में एक अधेड़ को पड़ोस में रहनेवाले चचेरे भाइयों ने ही पीट-पीटकर मार डाला और साक्ष्य मिटाने के लिए शव को फंदे से लटका दिया. मेरलगाड़ा गांव के ऊपर टोला में यह घटना आठ फरवरी को हुई, लेकिन मामला सोमवार को तब सामने आया जब अधेड़ का शव उसके घर में लटका हुआ मिला.
पड़ोसियों से हुए विवाद के बाद श्रीराम बारजो (60) आठ फरवरी से ही गायब था. 12 फरवरी को जब उसका चचेरा भाई उसके घर गया और दरवाजा खोला तो अंदर श्रीराम का शव लटका हुआ मिला. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने जब परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर जांच की तो मामला हत्या कर शव लटकाने का निकला.
मृतक के भाई सुकराम बारजो के बयान पर रमेश बारजो व सानो बारजो के खिलाफ नोवामुंडी थाना में भादवि की धारा 302 व 201 के तहत नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल चाईबासा भेज दिया है. पड़ोसियों के अनुसार मृतक श्रीराम बारजो मिलनसार प्रवृति का व्यक्ति था.
नीम पेड़ की लकड़ी को लेकर हुआ था विवाद
घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार, श्रीराम बारजो ने जलावन के लिए नीम का सूखा पेड़ कटवाया था. रात में लकड़ी चोरी हो गयी. पड़ोस में रहने वाले चचेरे भाई रमेश बारजो पर ही लकड़ी ले जाने का संदेह हुआ. आरोप लगाने पर दोनों पक्षों के बीच कहा-सुनी होने लगी, जिसके बाद चचेरे भाई रमेश बारजो, चारिबा बारजो, सानो बारजो व धनिया बारजो ने मिलकर श्रीराम की पिटाई कर दी. मारपीट करने के बाद श्रीराम को ग्रामीण मुंडा जयराम बारजो के घर ले जाया गया.
श्रीराम के पक्ष के लोग भी वहां पहुंचे. लेकिन मुंडा अपने घर पर नहीं था, इसलिए दोनों पक्ष अपने-अपने घर लौट गये. मृतक की बहन श्रीमती बारजो ने बताया कि दूसरे दिन उसका भाई घर से गायब हो गया. अपने हित-कुटुंब में खोजबीन की गयी लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. 12 फरवरी (सोमवार) को सुबह करीब 10 बजे श्रीराम का चचेरा भाई रमेश चतोंबा श्रीराम के घर पहुंचा. उसे अंदर से दुर्गंध आती हुई महसूस हुई. उसने दरवाजा खोलकर प्रवेश किया तो लकड़ी की बल्ली वाली छत की धरनी से रस्सी के सहारे श्रीराम का शव झूलता हुआ पाया. श्रीराम का बायां हाथ व घुटना जमीन पर टिका था. पहली ही नजर में ऐसा लग रहा था कि हत्या के बाद शव को लटकाया गया है.