एमवी इंजीनियरिंग पर दाे लाख रुपये जुर्माना

जमशेदपुर : आयकर विभाग ने आदित्यपुर आैद्याेगिक क्षेत्र फेज छह स्थित एमवी इंजीनियरिंग में आयकर सर्वे का काम बुधवार देर रात पूरा कर लिया. कंपनी में उत्पादन के संबंध में जीएसटी जमा कराये जाने के कागजात आयकर विभाग काे मिले, लेकिन सर्विस प्रदान करने संबंधी काेई रिटर्न दाखिल किये जाने की जानकारी कंपनी प्रबंधन नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 16, 2018 5:42 AM

जमशेदपुर : आयकर विभाग ने आदित्यपुर आैद्याेगिक क्षेत्र फेज छह स्थित एमवी इंजीनियरिंग में आयकर सर्वे का काम बुधवार देर रात पूरा कर लिया. कंपनी में उत्पादन के संबंध में जीएसटी जमा कराये जाने के कागजात आयकर विभाग काे मिले, लेकिन सर्विस प्रदान करने संबंधी काेई रिटर्न दाखिल किये जाने की जानकारी कंपनी प्रबंधन नहीं दे पाया.

आयकर अधिकारियाें के समक्ष 6-7 लाख रुपये के काराेबार काे बिना कागजात के चलाये जाने की बात स्वीकारी है. इसके एवज में विभाग ने कंपनी काे दाे लाख रुपये मार्च माह में टैक्स-जुर्माना समेत जमा करने का निर्देश दिया है. एमवी इंजीनियरिंग द्वारा टाटा माेटर्स काे आपूर्ति किये जाने वाले पाटर्स बनाये जाते हैं. इसके अलावा उन्हें सर्विस भी प्रदान की जाती है. आयकर अधिकारियाें ने बताया कि उक्त कंपनी द्वारा जीएसटी में खुद काे निबंधित कराया हुआ है. बही-खाता काे भी अप टू मार्क रखा गया है. कुछ कागजात वहां उपलब्ध नहीं थे, जिसे जल्द जमा कराने का निर्देश दिया गया है.

कार्रवाई का दिखा असर आयकर विभाग द्वारा चर्म-गुप्त राेग विशेषज्ञ डॉक्टर वेद प्रकाश के खिलाफ की गयी कार्रवाई के बाद शहर के सभी क्लीनिकाें में प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टराें में हड़कंप है. मेडिकल स्टोर के काउंटर पर मरीजाें के नंबर लगाने वाली बुक काे हटा दिया गया है. अब सीरियल वाइज-उपलब्ध रहने वालों को सीधे डॉक्टर चेकअप के लिए बुलायेंगे. वेद प्रकाश ने दाे साल का रिटर्न दाखिल नहीं किया है. उन्हाेंने इस अवधि का 45-50 लाख रुपये की आय का खुलासा किया है, जिस पर वह टैक्स देने काे तैयार हाे गये हैं.

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