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1.81 करोड़ से सुधरेगा पानी व बिजली

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जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल की पानी व बिजली की परेशानी के स्थायी समाधान के लिए 1.81 करोड़ से अधिक का आवंटन दिया गया है. नयी व्यवस्था में अस्पताल में पानी व बिजली की सप्लाई के लिए जमीन के नीचे से पाइप लाइन और केबुल लगाये जायेंगे. अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि बार-बार पाइप लाइन फूटने […]

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जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल की पानी व बिजली की परेशानी के स्थायी समाधान के लिए 1.81 करोड़ से अधिक का आवंटन दिया गया है. नयी व्यवस्था में अस्पताल में पानी व बिजली की सप्लाई के लिए जमीन के नीचे से पाइप लाइन और केबुल लगाये जायेंगे.
अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि बार-बार पाइप लाइन फूटने और बिजली तार टूटने से मरीज, कर्मचारी व डॉक्टरों को परेशानी होती है. इसे देखते हुए बिजली तार को अंडर ग्राउंड करने का निर्णय लिया है. इसके लिए विभाग को 1,03,87,746 रुपये दिये गये है. इस राशि से अस्पताल परिसर में बिजली व्यवस्था को पूरी तरह केबुल लगाकर जमीन के नीचे से किया जायेगा.
पानी के लिए मिले 75 लाख : एमजीएम अस्पताल परिसर में पानी की समस्या को दूर करने के लिए 75 लाख रुपये दिये गये है. अस्पताल परिसर में जमीन के नीचे नयी पाइप बिछायी जायेगी. अक्सर पानी नहीं रहने के कारण ऑपरेशन तक रुक जाते हैं. अभी भी अस्पताल के मेडिकल वार्ड, पैथोलॉजी व अन्य विभागों में पानी की समस्या बनी हुई है.
बाॅयोमीट्रिक सिस्टम में गेम खेलते हैं कर्मचारी
जमशेदपुर. एमजीएम अस्पताल परिसर में लगाये गये बाॅयोमीट्रिक सिस्टम में कर्मचारी गेम खेलने में व्यस्त रहते हैं. जानकारी के अनुसार एमजीएम में लगे बायोमीट्रिक सिस्टम में हाजिरी बनाने के साथ गेम खेलने का भी अॉप्सन है. कई कर्मचारी ड्यूटी की जगह गेम खेलते नजर आते है.
फर्नीचर खरीद का निकला टेंडर
जमशेदपुर. एमजीएम अस्पताल के नये भवन के लिए फर्नीचर की खरीद के लिए टेंडर निकाला गया है. अस्पताल प्रबंधन का प्रयास है एमसीआइ टीम के आने से पूर्व नये भवन में विभागों को चालू कर दिया जाये. फर्नीचर का टेंडर डालने की अंतिम तिथि 3 मार्च है. पांच मार्च तक हार्ड कॉपी जमा कराना होगा. टेंडर छह मार्च को
खोला जायेगा.
पैथोलॉजी में धूल फांक रही हैं दर्जनों रिपोर्ट
जमशेदपुर. एमजीएम अस्पताल के पैथोलाॅजी में दर्जनों की संख्या में जांच रिपोर्ट धूल फांक रही है.यह वह रिपोर्ट है जो मरीज जांच के लिए रक्त, मूत्र दे गये पर रिपोर्ट लेने नहीं आये. एमजीएम के पैथोलॉजी में प्रतिदिन 150 से अधिक मरीजों की जांच होती है. इसमें 100 से अधिक ओपीडी से होते है, अन्य वार्ड में भर्ती मरीजों की होती है. वार्ड से आये मरीजों की जांच रिपोर्ट तो सीधे भेज दी जाती है लेकिन ओपीडी से आये बहुत कम मरीज ही रिपोर्ट ले जाते है. इस तरह बड़ी संख्या में रिपोर्ट पैथोलॉजी में पड़ी हुई है.

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