राव गुट को मैनेजमेंट से मिलेगी मान्यता !

जमशेदपुर: श्रमायुक्त सह निबंधक से मान्यता मिलने से उत्साहित टीएमएल ड्राइव लाइन यूनियन (एमएन राव-आरके सिंह गुट) को अब मैनेजमेंट के पास भी मान्यता देने के अलावा विकल्प काफी सीमित है. इसको देखते हुए यूनियन के महामंत्री चंद्रभान प्रसाद सिंह और उनकी टीम प्रयास कर रही है कि किसी तरह इस आदेश पर रोक लगा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 7, 2014 8:59 AM

जमशेदपुर: श्रमायुक्त सह निबंधक से मान्यता मिलने से उत्साहित टीएमएल ड्राइव लाइन यूनियन (एमएन राव-आरके सिंह गुट) को अब मैनेजमेंट के पास भी मान्यता देने के अलावा विकल्प काफी सीमित है.

इसको देखते हुए यूनियन के महामंत्री चंद्रभान प्रसाद सिंह और उनकी टीम प्रयास कर रही है कि किसी तरह इस आदेश पर रोक लगा दी जाये. चूंकि राजेंद्र प्रसाद सिंह झारखंड सरकार में मंत्री हैं तथा लाभ के पद पर हैं, उसी तरह चंद्रभान सिंह टाटा मोटर्स में कर्मचारी हैं, इसी आधार पर श्रमायुक्त ने उनके आवेदन को खारिज कर दिया है. लिहाजा, कानूनी तौर पर नयी यूनियन को मान्यता देने के अलावा सीमित विकल्प है.

मान्यता देने की मजबूरी
श्रमायुक्त सह ट्रेड यूनियन रजिस्ट्रार के आदेश में एचवी एक्सल और एचवी ट्रांसमिशन यूनियन के विलय की बात का उल्लेख है जबकि राजेंद्र सिंह और चंद्रभान सिंह को ही अवैध करार दिया है, इस कारण फिर से उस यूनियन को मान्यता नहीं दिया जा सकता है. त्न टीएमएल ड्राइवलाइन यूनियन (एमएन राव-आरके सिंह गुट) ने अनफेयर लेबर प्रैक्टिस का मामला उठा दिया है, जिसके जद में कंपनी आ सकती है

त्नपहले से टेल्को वर्कर्स यूनियन में श्रम विभाग के खिलाफ जाकर मैनेजमेंट यूनियन को मान्यता दे रही है, एक और यूनियन में इस तरह का विवाद पैदा करना मैनेजमेंट नहीं चाहेगी.

Next Article

Exit mobile version