सीजीपीसी चुनाव : नामांकन रद्द के विरोध में धरने पर बैठे प्रत्याशी

जमशेदपुर : सीजीपीसी चुनाव में प्रधान पद के उम्मीदवार गुरमुख सिंह मुखे ने कहा कि चुनाव संयाेजक हरनेक सिंह आैर कार्यकारी प्रधान इंदरजीत सिंह ने रिफ्यूजी कॉलाेनी के प्रधान हरमिंदर सिंह मिंदी के साथ साठगांठ कर उनके पक्ष में खुलकर काम किया. पिछले दिनाें हरमिंदर सिंह मिंदी द्वारा अायाेजित समाराेह में मंच साझा कर संयाेजक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 5, 2018 4:38 AM
जमशेदपुर : सीजीपीसी चुनाव में प्रधान पद के उम्मीदवार गुरमुख सिंह मुखे ने कहा कि चुनाव संयाेजक हरनेक सिंह आैर कार्यकारी प्रधान इंदरजीत सिंह ने रिफ्यूजी कॉलाेनी के प्रधान हरमिंदर सिंह मिंदी के साथ साठगांठ कर उनके पक्ष में खुलकर काम किया. पिछले दिनाें हरमिंदर सिंह मिंदी द्वारा अायाेजित समाराेह में मंच साझा कर संयाेजक समिति के सदस्य रंजीत सिंह एकलगड्ढा ने फिर से इंदरजीत सिंह काे प्रधान बनाये जाने की वकालत की. इस मंच पर हरनेक सिंह आैर इंदरजीत सिंह भी माैजूद थे.
वे मानगाे गुुरुद्वारा के दाे टर्म प्रधान रह चुके हैं, पिछली बार उन्हाेंने सीजीपीसी चुनाव के लिए आवेदन दिया था, ऐसे में यह कैसे मान लिया जाये कि इस बार उन्हाेंने आवेदन नहीं दिया हाेगा. उनके खिलाफ बड़ी साजिश पहले ही रची जा रही थी. आर्थिक मामलाें काे उछालने का प्रयास किया गया, काेई सबूत नहीं मिला. इसके बाद मानगाे गुरुद्वारा के प्रधान सरदार भगवान सिंह काे नाेटिस जारी कर पूछा गया कि क्या उन पर (मुखे) पर पुरानी कमेटी का हिसाब बाकी है.
जब भगवान सिंह ने लिखित जवाब दे दिया, ताे उसके बाद नयी स्कीम लगाते हुए उनके आवेदन काे ही गायब कर दिया गया. तीनाें प्रत्याशियाें से टेस्ट लिये गये, उनके आैर मंटू के मामले काे सार्वजनिक किया गया, लेकिन मिंदी ने क्या लिखित जवाब दिया, किसी काे नहीं बताया. हरमिंदर सिंह मिंदी आैर हरविंदर सिंह मंटू के आवेदन में सुंदरनगर, कीताडीह, सारजामदा, तार कंपनी के पदाधिकारियाें ने समर्थक-प्रस्तावक बनकर हस्ताक्षर किये हैं. क्रॉस हस्ताक्षर के मामले में सिर्फ मंटू के आवेदन को रद्द किया गया, जबकि मिंदी का आवेदन स्वीकार कर लिया गया. उन्हाेंने 24 सितंबर काे 2017 काे दाे सेट में आवेदन दिया था.
एक सेट में उनके समर्थन में मानगाे, टिनप्लेट, गाेलहपाड़ी, कदमा, ह्यूम पाइप के प्रधान ने हस्ताक्षर किये, जबकि दूसरे सेट में मनीफीट, प्रकाशनगर, टुइलाडुंगरी, मऊभंडार, स्टेशन राेड गुरुद्वारा के प्रधान-पदाधिकारियाें ने हस्ताक्षर किये. मिंदी ने एक ही पन्ने में आवेदन दिया, उसी पर प्रस्तावकाें के साइन कराये, जबकि उनके द्वारा इतनी प्रक्रिया पूरी की गयी, इसके बाद भी उनके दावे काे साजिश के तहत खारिज कर दिया गया.

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