प्रधान का मामला सड़क पर, दोनों गुट आमने-सामने
सीजीपीसी चुनाव विवाद. स्क्रूटनी में दो नामांकन रद्द किये जाने व नये प्रधान की घाेषणा के बाद गरमायी राजनीित सीजीपीसी के प्रधान पद पर गुरमुख सिंह मुखे और हरविंदर सिंह मंटू का नामांकन रद्द कर दिये जाने और हरमिंदर सिंह मिंदी को निर्विरोध प्रधान घोषित कर दिये जाने के बाद शुरू हुआ विवाद थमने की […]
सीजीपीसी चुनाव विवाद. स्क्रूटनी में दो नामांकन रद्द किये जाने व नये प्रधान की घाेषणा के बाद गरमायी राजनीित
सीजीपीसी के प्रधान पद पर गुरमुख सिंह मुखे और हरविंदर सिंह मंटू का नामांकन रद्द कर दिये जाने और हरमिंदर सिंह मिंदी को निर्विरोध प्रधान घोषित कर दिये जाने के बाद शुरू हुआ विवाद थमने की बजाय गरमाता जा रहा है.
एक ओर जहां फैसले के िवरोध में अब तक सीजीपीसी कार्यालय की तालाबंदी कर धरने पर बैठे गुरमुख सिंह मुखे ने मंगलवार से आमरण अनशन की चेतावनी दे डाली है, वहीं सीजीपीसी के ट्रस्टी ने मुखे और मंटू से कार्यालय को खतरा बताते हुए तालाबंदी खुलवाने की उपायुक्त से गुहार लगायी है. इन सबके बीच पटना तख्त कमिटी ने मिली शिकायत के आधार पर सीजीपीसी के तत्कालीन प्रधान और निर्वाचन पदाधिकारियों से जवाब तलब किया है.