कोर्ट आॅफ इंक्वायरी में लापरवाही आयी थी सामने

जमशेदपुर : 31 अगस्त 2016 को रेलवे यार्ड से रेल संपत्ति चोरी करने के आरोप में लक्ष्मीनगर के कमल सिंह सरदार को आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार और जवान बीसी साहू पकड़कर आरपीएफ टाटा पोस्ट ले आये थे. अनुसंधान के क्रम में कमल सिंह सरदार को हाजत में रखा गया था. दोपहर के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 11, 2018 4:18 AM

जमशेदपुर : 31 अगस्त 2016 को रेलवे यार्ड से रेल संपत्ति चोरी करने के आरोप में लक्ष्मीनगर के कमल सिंह सरदार को आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार और जवान बीसी साहू पकड़कर आरपीएफ टाटा पोस्ट ले आये थे. अनुसंधान के क्रम में कमल सिंह सरदार को हाजत में रखा गया था. दोपहर के बाद कमल सिंह सरदार ने हाजत में ही आत्महत्या कर ली. मामले में तत्कालीन पोस्ट प्रभारी आरके मिश्रा, सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार, एसके सिंह के अलावा ऑन डयूटी जवान बीसी साहू,

चंदन कुमार और आरसी महतो को निलंबित कर दिया गया था. मामले की जांच के लिए कोर्ट आॅफ इंक्वायरी की गयी थी. टाटानगर के सहायक आरपीएफ कमांडेंट एसके चौधरी की अगुवाई में ट्रेन एस्कॉटिंग के प्रभारी इंस्पेक्टर अजीत कुमार सिंह और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर कन्हैया कुमार ने मामले की जांच में पदाधिकारी व जवानों को कार्य में लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठहराया था.

टाटानगर पोस्ट में आरोपी की आत्महत्या के मामले में आरपीएफ पदाधिकारी व जवानों पर विभागीय जांच के बाद कार्रवाई की गयी है. यह कार्रवाई विभागीय प्रक्रिया का हिस्सा है.
रफीक अहमद अंसारी, सीनियर आरपीएफ कमांडेंट, चक्रधरपुर रेलमंडल

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